Hanuman ji: क्या भगवान शिव ने लिया था बजरंगबली का अवतार? जानें सच्चाई
Hanuman ji: हिंदू धर्म में मंगलवार के दिन भगवान श्री राम के भक्त हनुमान जी की पूजा की जाती है. मंगलवार का दिन विशेष तौर पर बजरंगबली के लिए निर्धारित किया गया है. ऐसी मान्यता है कि जो भी व्यक्ति कलियुग में विधिवत तरीके से हनुमान जी को पूजता है, उस पर बजरंगबली अपनी कृपा बरसाते हैं और सभी संकटों से उसकी रक्षा करते हैं.
हनुमान जी (Hanuman ji) को कलियुग का प्रमुख देवता कहा गया है और मंगलवार के दिन हनुमान जी के भक्त विधि-विधान से उनकी पूजा अर्चना करते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हनुमान जी का जन्म माता अंजनी की कोख से हुआ था, लेकिन कई सारी ऐसे साक्ष्य भी मौजूद है.
जो ये बताते हैं कि भगवान शिव ने ही हनुमान जी का अवतार लिया था. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव (Hanuman ji) ने कुल 12 अवतार लिए थे, इन्हीं में से एक अवतार हनुमान जी का भी था. जिसके बारे में क्या सच्चाई है? आगे जानेंगे…
क्या भगवान शिव ने लिया था हनुमान अवतार (Hanuman ji)?
वाल्मीकि जी की रामायण में यह बताया गया है कि एक बार जब भगवान शिव (Hanuman ji) को श्री राम से मिलने की इच्छा हुई. तब उन्होंने माता पार्वती से कहा कि वह भगवान राम की सेवा करने के लिए धरती पर जा रहे हैं. जिस पर माता पार्वती ने दुख प्रकट किया और कहा कि आपकी बिना मैं कैलाश पर्वत पर नहीं रह सकती.
जिसके बाद भगवान शिव ने माता पार्वती को 12 रुद्रों के बारे में बताया. भगवान शिव ने माता पार्वती से कहा कि मैं पृथ्वी लोक पर भगवान श्री राम की सेवा करने के लिए रुद्रावतार लूंगा, जोकि मेरे 12 रुद्रों में से एक वानर अवतार होगा.
जिसे कलियुग में हनुमान जी (Hanuman ji) के नाम से जाना जाएगा. तो इस तरह से भगवान शिव ने भगवान श्री राम की भक्ति और सेवा करने के लिए हनुमान जी (Hanuman ji) के भेष में रुद्रावतार धारण किया.
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