Hariyali Teej: हरियाली तीज पर महिलाएं क्यों रखती हैं शिव का व्रत? जानिए क्या है मान्यता
हरियाली तीज (Hariyali Teej) का व्रत महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और परिवार की संपन्नता के लिए रखती हैं. यह व्रत इस बार 11 अगस्त यानि बुधवार को पड़ रहा है. हिंदू पंचांग के हिसाब से हर साल सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाई जाती है. आइए बताते हैं कि इस व्रत में महिलाओं को किन चीजों का ख्याल रखा चाहिए...
दरअसल, पौराणिक कथाओं के अनुसार माता हरियाली तीज को लेकर माना जाता है कि पार्वती जी ने भोलेनाथ को पति के रूप में पाने के लिए घोर तपस्या की थी. इस तपस्या से प्रसन्न होकर भोलेनाथ ने सावन के महीने में शुक्ल पक्ष की हरियाली तीज के दिन ही मां पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था. जिसके बाद से महिलाएं यह व्रत अपने पति की दीर्घायु के लिए रखती हैं.
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हरियाली तीज पर महिलाएं मिट्टी या बालू से मां पार्वती और भगवान शिवलिंग बनाकर उनकी पूजा करती हैं. इसके साथ ही पूजन में महिलाएं सुहाग की सभी सामग्री को एकत्रित कर माता पार्वती को चढ़ाती हैं. नैवेध में भोलेनाथ और पार्वती को खीर पूरी या हलुआ और मालपुए से भोग लगाकर उन्हें प्रसन्न करें. साथ ही भगवान शिव को वस्त्र चढ़ाकर तीज माता की कथा सुनें या पढ़ें. फिर पूजा के बाद इन मूर्तियों को नदी में प्रवाहित करें.
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