Hindu Dharm: हिंदू धर्म देता है समाज को ये सीख, जिसमें निहित है सबका कल्याण

 
Hindu Dharm: हिंदू धर्म देता है समाज को ये सीख, जिसमें निहित है सबका कल्याण

Hindu Dharm: पृथ्वी पर सबसे पुराना धर्म हिंदू धर्म यानि माना जाता है. हिंदू धर्म, जिसे सनातन धर्म भी कहा जाता है, जोकि विश्व की एक प्रमुख धार्मिक परंपरा है और भारत में उत्पन्न हुई थी. इसकी उत्पत्ति के समय को निश्चित रूप से नहीं जाना जा सकता है, हिंदू धर्म के अनुयाई मानते हैं कि यह परम्परा अनादि काल से है. हिंदू धर्म में अनेक देवी-देवताओं, श्रुति-स्मृति ग्रंथों, योग, ध्यान और कर्म को प्रमुख स्थान प्राप्त है.

हालांकि,अगर हिन्दु धर्म (Hindu Dharm) को धर्म के पक्ष से देखने के बजाय इसे एक जीवन-शैली और आचरण का प्रतिष्ठान मानना अधिक सही होगा. हिन्दू धर्म एक प्राचीन और व्यापक धार्मिक पथ है, जिसे दक्षिण एशिया में स्थापित किया गया. यह धर्म भारतीय संस्कृति, जीवनशैली और दृष्टिकोण को प्रस्तुत करता है. हिन्दू धर्म (Hindu Dharm) का क्या महत्व है यह विभिन्न पहलुओं पर आधारित होता है.

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हिंदू धर्म (Hindu Dharm) की कल्याणकारी मान्यताएं

1. आध्यात्मिकता- हिन्दू धर्म (Hindu Dharm) आध्यात्मिकता को महत्वपूर्ण मानता है. इसमें मनन, ध्यान, योग, तपस्या और धार्मिक अनुष्ठान की प्रथाओं के माध्यम से अपने आंतरिक स्वरूप को पहचानने की बात कही गई है. हिन्दू धर्म इंसान की आत्मा के मार्ग को विकसित करने, सामर्थ्य को ऊंचा करने उच्चतम आदर्शों की प्राप्ति के लिए जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है.

2. धार्मिकता और मूल्यों का संरक्षण- हिन्दू धर्म (Hindu Dharm) मानवीय मूल्यों, न्याय, ईमानदारी, सच्चाई, अहिंसा, समरसता, सेवा और समर्पण को बढ़ावा देता है. इसका उद्देश्य धर्म भक्ति,अनुशासन, नैतिकता और न्याय की प्रबलता को संरक्षित रखना है.

3. समाज में एकता- हिन्दू धर्म समाज में एकता और भाईचारे के लिए प्रोत्साहित करता है. यह सभी लोगों को समानता के साथ एक ही परमात्मा की ओर ले जाता है. इसके माध्यम से जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के अलगाव को पारित किया जा सकता है और सभी को समान रूप से स्वीकार किया जा सकता है.

4. पथ प्रदर्शन- हिन्दू धर्म जीवन के विभिन्न पहलुओं के लिए मार्गदर्शित करता है. इसमें धर्मशास्त्र, ग्रंथ, पुराण, उपनिषद, रामायण (Ramayana), महाभारत और गीता जैसे प्रमुख ग्रंथों में उपदेश और कथाएं शामिल हैं. ये ग्रंथ जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान, नेतृत्व, संगठन, कर्तव्य, धर्म, नीति आदि के बारे में बताते हैं.

5. सांस्कृतिक सामरिकता- हिन्दू धर्म (Hindu Dharm) एक विविध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को संजोए रखा है. इसमें विभिन्न रंग, नृत्य, संगीत, कविता, शिल्प, वास्तुकला और संस्कृति के प्रतीकों का महत्वपूर्ण है. यह धर्म भारतीय सांस्कृतिक विरासत को अद्वितीय बनाने में मदद करता है और सम्पूर्ण मानवता को इसे समझने और सम्मान करने की प्रेरणा प्रदान करता है.

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