होली का त्यौहार और रंगों का महत्व
होली का त्यौहार हिन्दू सभ्यता के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है । यह हर वर्ष हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है । होली के त्यौहार की अपनी एक विशेष मान्यता है , यह पर्व हमें सिखाता है की अगर हम भगवान में श्रद्धा रखेंगे तो कोई बुराई हमें चोट नहीं पहुंचा सकती होली को रंगो का त्योहार भी कहा जाता है , क्योंकि होली का त्यौहार हम सब एक दूसरे को रंग लगाकर मनाते हैं। परन्तु क्या हम जानते हैं कि रंगो का हमारे जीवन में क्या महत्व है । रंग सिर्फ खेलने के वस्तु ही नहीं बल्कि उससे कहीं ज़्यादा महत्व रखते है, रंग हमारी भावनाओं को बदलने तक की शक्ति रखते हैं। आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक विश्व में भी रंगो का अपना महत्व है ।
होली के रंग का महत्व
सबसे पहले चर्चा करते है हरे रंग की, हरा रंग हमारे मन को शांत रखने में अत्यधिक सहायक होता है , यह हमारी भावनाओं को भी सकारात्मक बनाते है , यह प्रकृति के रंग के रूप में भी जाना जाता है। यह हमारे मस्तिष्क पर
शोकहारा, सुखदायक तथा हँसमुख प्रभाव डालता है । शोधों के अनुसार हरा रंग विद्यार्थियों के पढ़ने की क्षमता को भी बढ़ाता है ।
लाल रंग होली के अवसर पर अत्यधिक प्रयोग किया जाता है। यह रंग अपनी ऊर्जा के लिए बहुचर्चित है। यह हमारे मस्तिष्क में सकारात्मक, सुखदायक व ऊर्जा के भरपूर विचार उत्पन्न करता है। यह एक व्यक्ति के दिल की धड़कनों पर भी प्रभाव डालता है ।
नारंगी रंग सनातन धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण माना गया है । यह रंग लोगों का ध्यान केन्द्रित करने में सक्षम है। यह रंग भी अपनी ऊर्जा उत्पन्न करने वाले प्रवर्ती के लिए बहुचर्चित है। यह व्यक्ति के अंदर उत्साह उत्पन्न करता है ।
पीला रंग हमारे ऊर्जा के श्रोत सूरज का प्रतीक है। यह रंग भी ध्यान केंद्रित करने में काफी सक्षम है । यह पंचक्रिया के लिए भी लाभकारी है।
आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवं आप लोगों से गुज़ारिश है कि कोरोना की सावधानियों को ध्यान में रखते हुए ही होली मनाएं।
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