Shaligram pujan: अगर आपके घर में भी मौजूद है शालिग्राम, तो उनसे जुड़े पूजा के नियम जरूर जान लें…
Shaligram pujan: इन दिनों नेपाल की गंड की नदी से भारत लाए गए शालिग्राम पत्थरों की बेहद चर्चा है. शालिग्राम को भगवान विष्णु का अवतार माना गया है, जिनकी पवित्रता के चलते प्राण प्रतिष्ठा नहीं की जाती और कोई भी व्यक्ति उन्हें अपने घर में लाकर उनकी पूजा कर सकता है.
कहा जाता है जो भी व्यक्ति शालिग्राम की विधि-विधान से पूजा करता है, उसके जीवन में भगवान विष्णु समेत माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. ऐसे में यदि आपके मंदिर में भी शालिग्राम मौजूद हैं,
तो आपको अवश्य ही उनकी पूजा से जुड़े नियमों के बारे में जान लेना चाहिए, ताकि आपसे भगवान विष्णु क्रोधित ना होने पाए. तो चलिए जानते हैं…
शालिग्राम की पूजा से जुड़े आवश्यक नियमों के बारे में
आप जब भी अपने घर में शालिग्राम को लेकर आएं, तो ध्यान रहे कि शालिग्राम को हमेशा अपनी मेहनत से कमाए गए रुपए से ही खरीदना चाहिए, आपको उसका जीवन में शुभ लाभ नहीं प्राप्त होता.
शालिग्राम पत्थर को कभी भी किसी व्यक्ति को ना उपहार में देना चाहिए और ना ही किसी से उपहार में लेना चाहिए.
कभी भी शालिग्राम पूजा के दौरान उनको चावल अर्पित नहीं करने जाएंगे, भगवान विष्णु की पूजा में भी चावलों का इस्तेमाल नहीं किया जाता, ऐसे में आपको शालिग्राम की पूजा करते समय भी चावल नहीं प्रयोग में लाने हैं.
अगर आपके घर में शालिग्राम मौजूद है तो आपको भूल से भी मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए, हो सके तो गुरुवार के दिन तो बिल्कुल ही इन चीजों से परहेज करें.
अगर आप शालिग्राम की पूजा एक बार करना आरंभ कर दें, तो ध्यान रहे कि नियमित तौर पर उनकी पूजा की जाए. इसके बाद आपको शालिग्राम को रोजाना चंदन, फूल और मिठाई आदि चढ़ाना चाहिए, आप चाहे तो तुलसी दल भी चढ़ा सकते हैं. इससे आपको भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है.
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ध्यान रहे आपके घर में एक से ज्यादा शालिग्राम नहीं मौजूद होने चाहिए, अन्यथा इससे आपके घर में वास्तु दोष बढ़ता है.
ऐसे में यदि आप शालिग्राम से जुड़े इन नियमों को ठीक तरह से पालन नहीं कर पा रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आप शालिग्राम पत्थर को किसी नदी के जल में प्रवाहित कर दें, इससे आपको अवश्य ही नुकसान नहीं होगा.