कामदेव से जुड़े रहस्यों के बारे में रोचक जानकारियां

 
कामदेव से जुड़े रहस्यों के बारे में रोचक जानकारियां

कामदेव काम, वासना व रूप के देवता हैं. लोगों को कामदेव के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है. किन्तु इनका आध्यात्म व हिन्दू संस्कृति में एक विशेष स्थान है. इनको हिन्दू धर्मग्रंथों में प्रेम का देवता भी कहा गया है. माना जाता है कि कामदेव अत्यंत सुंदर हैं. और इनकी पत्नी का नाम रति है. आपको बता दें कि काम का सिर्फ़ अभिप्राय सेक्स से नहीं है बल्कि ऐसे कार्यों से है जिनसे जीवन आनंदमय, सुखी, व सुंदर बनता है.

कौन थे कामदेव

पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि कामदेव भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी के पुत्र हैं. और वहीं कहीं-कहीं सुनने को मिलता है कि वह ब्रह्मा जी के पुत्र हैं और इनका संबंध महादेव अर्थात शिव जी से भी है. इनका विवाह रति से हुआ. जिन्हें रूप और प्रेम की देवी कहा जाता है. आपको बता दें कि जिस प्रकार पश्चिमी देशों में क्यूपिड और यूनानी देशों में इरोस को प्रेम का देवता माना गया है. उसी प्रकार हमारे यहां कामदेव को प्रेम व कामेच्छा का देवता माना जाता है.

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'रागवृंत', 'अनंग', 'कंदर्प', 'मनमथ', 'मनसिजा', 'मदन', 'रतिकांत', 'पुष्पवान' और 'पुष्पधन्व' इत्यादि नामों से काम के देवता कामदेव जी को जाता है. बताया जाता है कि इनका वाहन तोता है. जिसपर भरपूर सुंदरता के धनी 'मदन' अपने हाथों में धुनष लिए और रथ पर लाल ध्वजा लगाकर विचरण करते हैं. कहा जाता है कि इनका धनुष मीठे गन्ने का बना होता है. और इनके पास 5 बाण हैं 'मारण', 'स्तम्भन', 'ज्रम्भन', 'शोषण' और 'उन्मादन'.

मंदिर

कामदेव जी का एक प्रसिद्ध व प्राचीन मंदिर खजुराहो में स्थित. मन्दिर में मैथुन की विचित्र प्रतिमाएं बनी हुई हैं. जोकि रति और मदन की कहानी को आज भी जीवंत बनाएं हुए हैं. बताया जाता है कि जब भगवान शिव ने क्रोध में अपना तृतीय नेत्र खोला था तो उनके क्रोध से यह भस्म हो गए थे. फ़िर पुनः उन्होंने इसी स्थान पर जन्म लिया और रति से पुनः मिलन किया।

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