jagannath bhajan: जगन्नाथ जी के इन भजनों में छिपा है आपके सारे प्रश्नों का उत्तर, एक बार जरूर सुनिए…
jagannath bhajan: भगवान विष्णु के अवतार जगन्नाथ जी को हिंदू धर्म में विशेष मान्यता दी गई है. जिस कारण हर साल जगन्नाथ पुरी में रथयात्रा निकाली जाती है.
जिसे देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं. जगन्नाथ भगवान विष्णु के प्रमुख अवतारों में से एक हैं, जिनके दुनिया भर में कई सारे भक्त हैं.
ऐसे में हमारे आज के इस लेख में हम आपको जगन्नाथ जी के लोकप्रिय भजनों से रूबरू कराने जा रहे हैं, जिनका गान करके आप भी श्री हरी की विशेष कृपा पा सकते हैं.
यहां पढ़िए भगवान जगन्नाथ के लोकप्रिय भजन…
अनंत रूप अन्नांत नाम,
अनंत रूप अन्नांत नाम,
आधी मूला नारायाणा
आधी मूला नारायाणा
अनंत रूप अन्नांत नाम,
अनंत रूप अन्नांत नाम,
आधी मूला नारायाणा
आधी मूला नारायाणा
विस्वा रूपा विस्वा धारा
विस्वा रूपा विस्वा धारा
विस्ववयापका नारायाणा
विस्ववयापका नारायाणा
विस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपा
विस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपा
हे ढाया सिंधो कृष्णा
हे ढाया सिंधो कृष्णा
हे कृपा सिंधो कृष्णा
हे कृपा सिंधो कृष्णा
अनंता सयाना हे जगानाथा
अनंता सयाना हे जगानाथा
कमला नयना हे माधवा
कमला नयना हे माधवा
करुणा सागरा कालिया नर्धना
करुणा सागरा कालिया नर्धना
हे ढाया सिंधो कृष्णा
हे ढाया सिंधो कृष्णा
हे कृपा सिंधो कृष्णा
हे कृपा सिंधो कृष्णा
अनंत रूप अन्नांत नाम,
अनंत रूप अन्नांत नाम,
आधी मूला नारायाणा
आधी मूला नारायाणा
विस्वा रूपा विस्वा धारा
विस्वा रूपा विस्वा धारा
विस्ववयापका नारायाणा
विस्ववयापका नारायाणा
विस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपा
विस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपा
हे ढाया सिंधो कृष्णा
हे ढाया सिंधो कृष्णा
हे कृपा सिंधो कृष्णा
हे कृपा सिंधो कृष्णा
जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ
चारों धाम में सबसे बड़ा है ,जगन्नाथ धाम
जगन्नाथ भगवान की, महिमा अपरम्पार
भक्तों को दर्शन देते,करते उनके काम।
कर लो भक्तों ,जगन्नाथ का ध्यान बारंबार।
जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ
भज लो रे भक्तों जगन्नाथ को
तर जाओगे भव सागर पार।
तन मन जीवन अर्पण कर दो
प्रभु की , लीला अपरम्पार।
जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ
सात पुरियों में एक है ,जगन्नाथ पुरी धाम
जगन्नाथ के भात को ,जगत पसारे हाथ।
करलो भक्तों महाप्रभु के ,दर्शन बारंबार
जहां विराजे जगन्नाथ ,बलभद्र ,सुभद्रा साथ।
जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ
श्री जगन्नाथ तेरी आरती गाऊं,
आरती गाऊं तुम्हे हिर्दय में बसाऊं,
चकानयन तेरी आरती गाऊं,
आरती गाऊं प्रभु आपको मनाऊं,
श्री जगन्नाथ तेरी आरती गाऊं ॥
पुरी धाम में आप विराजे,
बलदेव, सुभद्रा, सुदर्शन साजे,
अनुपम छवि के दर्शन पाऊं,
श्री जगन्नाथ तेरी आरती गाऊं ॥
जिसे सुनकर प्रभु दौड़े दौड़े आते,
भक्तों के बिगड़े भाग्य बनाते,
वही मंगलगीत गाके तुमको रिझाऊं,
श्री जगन्नाथ तेरी आरती गाऊं ॥
मंदिर से हरि बाहर आते,
रथयात्रा की शोभा बढ़ाते,
पतित पावन पे मैं बलि बलि जाऊं,
श्री जगन्नाथ तेरी आरती गाऊं ॥
महाप्रसाद की महिमा न्यारी,
पाना चाहें सब नर नारी,
पाके जिसे मैं धन्य हो जाऊं,
श्री जगन्नाथ तेरी आरती गाऊं ॥
श्री जयदेव के प्यारे तुम हो,
मेरे स्वामी चकानयन हो,
प्रभु चरणों में शीश झुकाऊं,
श्री जगन्नाथ तेरी आरती गाऊं,
चकानयन तेरी आरती गाऊं,
कालिया ठाकुर तेरी आरती गाऊं,
दारुब्रह्म तेरी आरती गाऊं,
आरती गाऊं प्यारे तुमको मनाऊं,
श्री जगन्नाथ तेरी आरती गाऊं ॥