Rath Yatra 2023: इस साल कब है जगन्नाथ रथ यात्रा? जानें क्या है इसका धार्मिक महत्व
Rath Yatra 2023: जगन्नाथ यात्रा हिन्दुओं का प्रमुख धार्मिक उत्सव है,यह त्योहार ओडिशा राज्य के पुरी नगर में मनाया जाता है. यह उत्सव हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है, इस बार यह यात्रा 20 जून से शुरू होकर 21 जून को समाप्त होगी.
यह यात्रा पुरी जगन्नाथ मंदिर के द्वारा की जाती है, इस यात्रा को रथ यात्रा भी कहा जाता है.क्यूंकि यात्रा का रथ बहुत विशाल होता है. इसलिए भक्तों द्वारा इस रथ को खींचा जाता है. जहां परंपरागत रूप से जगन्नाथ भगवान, उनके भाई बालभद्र और सुभद्रा देवी की मूर्तियों को यात्रा के लिए निकाला जाता है.
जगन्नाथ यात्रा भारतीय साहित्य, संगीत, कला, और नृत्य का संगम है. जगन्नाथ यात्रा (Rath Yatra 2023) में शिरकत करने के लिए लाखों भक्त ओडिशा और दूसरे राज्यों से आते हैं और इस उत्सव में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के साक्षी बनते हैं.
जगन्नाथ यात्रा (Rath Yatra 2023) का महत्व
इस यात्रा का धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व है धार्मिक रूप से देखें तो यह यात्रा हिन्दू धर्म में प्रमुख मानी जाती है और भक्तों को भगवान जगन्नाथ के पास ले जाती है.
सांस्कृतिक रूप से देखें तो इस उत्सव में कला, संगीत, नृत्य और लोक संगीत का विशेष आयोजन होता है. इसलिए संस्कृतिक तौर पर इस यात्रा का विशेष महत्व है.
सामाजिक रूप से देखें तो जगन्नाथ यात्रा सभी वर्णों, जातियों और समुदायों को मिलाती है.
और लोगों में भाईचारे और समरसता का संदेश देती है. जगन्नाथ यात्रा में रथयात्रा (Rath Yatra 2023) एक अभिन्न अंग है, जिसमें रथों पर स्थापित किए गए देवी-देवताओं को लोग चढ़ाते हैं और पुरी नगर में अलग-अलग जगहों से निकाला जाता है.
यह रथयात्रा (Rath Yatra 2023) काफी धूमधाम के साथ मनाई जाती है और लाखों लोग इसे देखने के लिए पहुंचते हैं. जगन्नाथ यात्रा को अपनी महानता, आदिकाल से चलने वाली परंपराऔर भारतीय सांस्कृतिक विरासत की वजह से महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस यात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं को आनंद की अनुभूति होती है.
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