Kartik purnima 2022: इस विधि से करेंगे गंगा स्नान, तो होगा लाभ और पुण्य की प्राप्ति
Kartik purnima 2022: हिंदू धर्म में गंगा को सबसे पवित्र नदी का दर्जा दिया गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति गंगा नदी में स्नान करता है, उसके सभी पापों का अंत हो जाता है. ऐसे में कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान किया जाएगा.
इस महीने में गंगा स्नान करने पर व्यक्ति को अपने जीवन में सफलता और सुख शांति की प्राप्ति होती है. ऐसे में कार्तिक महीने में गंगा स्नान का विशेष महत्व है. आज यानि 7 नवंबर को देव दीपावली के दिन भी कई लोग गंगा स्नान करेंगे, जोकि अगले दिन यानि कार्तिक पूर्णिमा तक किया जाएगा.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने का सही तरीका क्या है और इस दिन गंगा स्नान करने से क्या लाभ होता है? यदि नहीं तो हमारे आज के इस लेख में हम आपको इसी विषय में बताने वाले हैं. जिससे आप गंगा स्नान करने से पहले इन बातों का अवश्य ध्यान रखें. तो चलिए जानते हैं….
कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से क्या होता है?
मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा के पवित्र जल में स्वयं जगत के पालनहार विष्णु जी रहते हैं. जिस कारण गंगा का पवित्र जल और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है. यही कारण है कि कार्तिक महीने में गंगा स्नान का विशेष महत्व है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन यदि आप गंगा के जल से स्नान करते हैं या गंगा नदी में डुबकी लगाते हैं, तो आप पर भगवान श्री हरि के साथ-साथ शिवजी का भी विशेष आशीर्वाद बना रहता है.
साथ ही कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा के जल में दीप दान का भी विशेष महत्व है, ऐसा करने से आपको पुण्य की प्राप्ति होती है. इतना ही नहीं गंगास्नान वाले दिन आप गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को कपड़े, अनाज, गुड़, तिल और दूध इत्यादि का दान करके भी भगवान विष्णु की कृपा पा सकते हैं. इस प्रकार कार्तिक महीने की पूर्णिमा तिथि को गंगा स्नान करने पर व्यक्ति को साल भर किए जाने वाले गंगा स्नान का पुण्य मिल जाता है.
गंगा स्नान करने से होने वाले अनेक फायदे
1. अन्य धार्मिक दिनों में गंगा स्नान करने से या गंगा में डुबकी लगाने से आपको अपने विभिन्न प्रकार के पापों से मुक्ति मिल जाती है.
2. जिन लोगों के विवाह में किसी प्रकार की रुकावट आ रहे हैं, उन्हें गंगा नदी में मिट्टी का घड़ा बहाना चाहिए, ऐसा करने से आपके विवाह में आ रही सारी अड़चनें दूर हो जाती हैं.
3. गंगा नदी में स्नान करने के बाद आपको जरूरतमंद व्यक्ति को जूते चप्पल कपड़े और छतरी इत्यादि का दान देने से माता लक्ष्मी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है.
4. अगर आप सोमवार के दिन भगवान शिव को गंगा जल अर्पित करते हैं, तो भगवान शिव आप पर अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं.
5. गंगा स्नान वाले दिन गंगा जलभगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से आपके जीवन के सारे संकट दूर हो जाते हैं.
गंगा स्नान करने का सही तरीका क्या है?
- कभी भी गंगा नदी में स्नान करने के दौरान अपने संपूर्ण वस्त्रों को नहीं उतारना चाहिए.
- हो सके तो गंगा के जल को अपने हाथों में लेकर केवल शरीर पर उसे छिड़काव करने से भी आपको अपने पापों से मुक्ति मिल सकती है, ऐसा करने पर गंगा का जल भी दूषित नहीं होने पाता है.
- गंगा नदी में स्नान करने के दौरान आपको तीन बार डुबकी की जरूर लगानी चाहिए, तभी आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
- आप जब भी गंगा नदी में स्नान करें तो अपने पुराने वस्त्रों को वही त्याग कर नए वस्त्रों को अवश्य धारण करें.
- गंगा स्नान करने के बाद आप ईश्वर से अपने जीवन में किए पापों और गलतियों के लिए अवश्य क्षमा मांगे, तभी आपको ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
गंगा स्नान के दौरान किन बातों का रखें ध्यान
- जब भी आप गंगा स्नान करें तो ध्यान रहे कि इस दौरान अपने शरीर का मैल नदी में ना बहाएं.
- गंगा स्नान करने के बाद अपने शरीर को तौलिए से नहीं पौछना चाहिए और ना ही गंगा स्नान के दौरान अपने शरीर को लगाना चाहिए.
- जब भी गंगा या किसी भी अन्य नदी में स्नान करें, तो उसके पवित्र जल से कभी भी कपड़े ना धोएं.
- गंगा में स्नान करें तो इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि आप गंगा के पानी को किसी भी प्रकार से मैला ना करें, अन्यथा आपको इसका नुकसान झेलना पड़ सकता है.
- अगर गंगा स्नान वाले दिन किसी प्रकार का ग्रहण या सूतक काल लग रहा हो, तो आपको गंगा स्नान नहीं करना चाहिए.
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इस प्रकार कार्तिक महीने की पूर्णिमा को या अन्य किसी भी जरूरी त्योहार पर गंगा स्नान करने से व्यक्ति के 10 प्रकार के पापों का अंत हो जाता है, इसलिए गंगास्नान अवश्य करना चाहिए.