Durgashtami 2021: दुर्गाष्टमी क्यों मनाई जाती है? जानिए महत्व व पूजा विधि

 
Durgashtami 2021: दुर्गाष्टमी क्यों मनाई जाती है? जानिए महत्व व पूजा विधि

दुर्गाष्टमी (Durgashtami 2021) को मां दुर्गा की आराधना की जाती है. प्रत्येक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी (Durgashtami 2021) मनाई जाती है. अश्विन माह के नौ दिनों के शारदीय नवरात्रि में पड़ने वाली अष्टमी महाष्टमी के रूप में मनाई जाती. इस दिन सम्पूर्ण भारत में मां दुर्गा के भक्त उनकी पूजा करते हैं. हमारी पौराणिक कथाओं के अनुसार कई सौ साल पहले पृथ्वी पर असुर यानी राक्षस बल, देवताओं की तुलना में अत्यधिक प्रबल था. और राक्षसों ने देवताओं के निवास स्थान यानी स्वर्ग पर युद्ध की चढ़ाई कर, कई देवताओं को मार डाला. स्वर्ग में तबाही मचा दी.और देवियों के साथ दुर्व्यवहार करने लगे.

इन सब असुरों में सबसे ज्यादा खतरनाक महिषासुर था. जिसको खत्म करने के लिए. त्रिदेव अर्थात भगवान विष्णु, ब्रह्मा जी व महेश जी ने दिव्य शक्ति स्वरूप देवी दुर्गा को बनाया. जिसके बाद प्रत्येक देवता ने दुर्गा देवी को अपना एक विशिष्ट शस्त्र, असुरों का अंत करने के लिए भेंट किया. मां दुर्गा ने असुरों के लीडर महिषासुर व उसकी पूरी सेना के साथ भयंकर युद्ध किया. और अंत में विजय प्राप्त की.

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दुर्गाष्टमी का महत्व व पूजा विधि

मां दुर्गा को खुश करने के लिए इस दिन भक्तों द्वारा उनकी विधि-विधान पूर्वक पूजा की जाती है. और व्रत रखा जाता है. दुर्गा माता भक्तों से प्रसन्न होकर उनको आशीर्वाद देती है. दुर्गा माता को जगदम्बा, आदिशक्ति इत्यादि नामों से भी जाना जाता है. इस दिन पूजन करने के लिए सर्वप्रथम स्वच्छता पूर्वक स्नान कर, पूजा के स्थान पर पवित्र गंगाजल डालकर उसे शुद्ध करें. और लकड़ी के किसी पाट पर लाल रंग का वस्त्र विछाकर मां जगदम्बा की तस्वीर स्थापित करें. फिर दुर्गा की प्रतिमा के समक्ष पुष्प, मिष्ठान, अक्षत, सिंदूर इत्यादि अर्पित करें. और मां दुर्गा से प्रार्थना करें. प्रार्थना करने के बाद आरती करें. और सभी लोगों में प्रसाद का वितरण कर दें.

सभी श्रद्धालुओं को मां दुर्गा का व्रत अवश्य रखना चाहिए. इससे अपने घर मे सुख-समृद्धि आती है.

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