महाशिवरात्रि के दिन भांग क्यों पी जाती है? जानिए धार्मिक कारण...

 
महाशिवरात्रि के दिन भांग क्यों पी जाती है? जानिए धार्मिक कारण...

हिंदुओं में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है. समाज में ज्यादातर लोग भगवान शिव के भक्त हैं. ऐसा माना जाता है कि भगवान भोलेनाथ को भांग अति प्रिय है. इसीलिए भगवान शिव के अनेक भक्त इस दिन भोले नाथ को खुश करने के लिए भांग पीते हैं. और बाबा भोलेनाथ के भजनों पर झूमते हैं. महाशिवरात्रि पर शिव के मंदिरों में मेले का आयोजन होता है. मंदिरों में भांग, धतूरा, बेल, दूध, जल, गंगाजल आदि चढ़ाकर भक्त भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते हैं.

महाशिवरात्रि पर भांग पीने का कारण

भांग एक पेय या मादक धूम्रपान के रूप में सेवन किए जाने वाला नशीला पदार्थ है. यह भांग नामक पौधे की पत्तियों, कलियों और फूलों से बनाई जाती है. लेकिन बहुत से लोग भांग का निर्माण अलग तरीके से भी करते हैं. जिसे ठंडाई भी कहा जाता है. भांग के पाउडर को पानी और चीनी के घोल में मिलाकर लोग भांग का पूरा मजा उठाते हैं. भांग एक प्राकृतिक औषधि भी है. इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जाए तो किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है. शिवरात्रि पर भांग पीने का मुख्य कारण यह है कि भगवान भोले शंकर को भांग अति प्रिय हैं. इसीलिए लोग उसे पूरी श्रद्धा भाव के साथ प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं.

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भांग से जुड़े रोचक तथ्य

भगवान शिव जी का प्रसाद मान कर लोग भांग का सेवन करते हैं. भगवान शिव को नीलकंठ भी कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने विष ग्रहण किया था. भगवान शिव भांग का सेवन विष की गर्मी को दूर करने के लिए करते हैं. आइए जानते हैं भांग के फायदे और नुकसान के बारे में-

-भांग का सेवन करने से व्यक्ति अपनी शारीरिक इंद्रियों पर से काबू खो देता है. यही वजह है कि वह भांग खाते झूमने लगता है.
-भांग का सीधा असर व्यक्ति के दिमाग पर होता है.
-यदि व्यक्ति भांग पीते समय रोता है तो वह रोता ही रह जाता है. भांग के कण दिमाग की नसों पर अटैक करते हैं. जो व्यक्ति की हंसी, खुशी, और गम से जुड़े होते हैं.
-भांग का नशा लंबे समय तक रहता है.
-इसके अधिक सेवन से व्यक्ति को भूख नहीं लगती, नींद आने में दिक्कत होती है. स्वभाव चिड़चिड़ा और वजन कम होने लगता है.
-आयुर्वेद के अनुसार भांग एक औषधि है. जिसका इस्तेमाल करने से बहुत सी बीमारियां नष्ट हो सकती हैं.
-यदि किसी व्यक्ति के सिर में लगातार दर्द रहता है. तो दो से तीन बूंद भांग का रस कान में डालने से धीरे-धीरे दर्द सही हो जाता है आज साथ ही रोग भी जड़ से मिट जाता है.
भांग भोले शंकर का प्रसाद माना जाता है. लेकिन भांग के सेवन से फायदे और नुकसान दोनों ही होते हैं. इसीलिए इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करना चाहिए.

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