Vishnu or laxmi: महादेव के आशीर्वाद से विष्णु और लक्ष्मी को हुई थी पुत्र रत्न की प्राप्ति, जानें कौन हैं उनका पुत्र?
Vishnu or laxmi: हिंदू धर्म में कई सारी पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं. इन्हीं में से एक कथा ऐसी भी है जो कि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी से जुड़ी हुई है.
जिसके मुताबिक भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का एक पुत्र भी मौजूद है, जिसके बारे में बेहद कम ही लोगों को पता है. भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी मनुष्यों के जीवन का उद्धार करने के लिए धरती पर अवतरित हुए हैं,
ऐसे में हिंदू धर्म में इन दोनों को बेहद पूजनीय माना गया है. ऐसे में यदि आप भी माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु के उपासक हैं, आपको जरूर ही इनके पुत्र के विषय में जानकारी होनी चाहिए.
हमारे आज के इस लेख में हम आपको भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के पुत्र के विषय में बताएंगे. तो चलिए जानते हैं…
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के पुत्र की कहानी
भागवत पुराण के छठवें स्कंद की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने माता लक्ष्मी को घोड़ी होने का श्राप दे दिया था. जिसके बाद माता लक्ष्मी धरती पर तामस और यमुना नदी के किनारे रहने लगी,
इस दौरान उन्होंने भगवान विष्णु को दोबारा पाने के लिए भगवान शिव का ध्यान करना आरंभ कर दिया. जिसके बाद माता लक्ष्मी को महादेव का आशीर्वाद प्राप्त हुआ. महादेव ने उन्हें वचन दिया कि भगवान विष्णु जल्द ही उनसे मुलाकात करेंगे.
जिसके बाद महादेव की आज्ञा का पालन करके भगवान विष्णु भी घोड़े का अवतार लेकर धरती पर गए. जिसके बाद भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के पुत्र हैहय का जन्म हुआ,
ये भी पढ़ें:- जब भगवान विष्णु के चरण दबाती हैं माता लक्ष्मी, तब होता है ये लाभ
जिसकी देखरेख बाद में हरि वर्मा नाम के एक राजा ने की और उसका नाम एक वीर रखा. हरि वर्मा नाम के राजा ने भगवान विष्णु जैसा बालक पानी की तपस्या की थी,
जिसके पश्चात उसे भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का पुत्र आशीर्वाद में प्राप्त हुआ. इस तरह से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के पुत्र के तौर पर एक वीर को जाना जाता है.