Lucky Gemology: आपको भी है हाथ में रत्न जड़ी अंगूठी पहनने का शौक, तो जानिए किस उंगली में कौन-सा रत्न पहनने से होगा लाभ?
Lucky Gemology: अक्सर देखा गया है कि लोग अपने हाथ की उंगलियों में रत्न जड़ित अंगूठियां पहनते हैं. हालांकि कई बार लोग केवल शौकिया तौर पर इसे पहनते हैं, जबकि कई लोग अपने जीवन में बुरी घटनाओं से बचने के लिए इन्हें उंगली में धारण करते हैं.
मान्यता है कि राशि रत्न व्यक्ति की कुंडली में मौजूद ग्रहों की दिशा को बदलने या सही करने की ताकत रखते हैं. यानि इन रत्नों में व्यक्ति की ग्रह चाल और व्यवहारिक परिस्थितियां बदलने की क्षमता होती है.
प्राचीन समय में काफी सारे राशि रत्न चलन में थे, लेकिन अब केवल 9 रत्न ही अधिक पहने या धारण किए जाते हैं.इन नौ रत्नों को नौ ग्रहों का प्रतिनिधि माना गया है.
ऐसे में यदि आप भी दोनों हाथ की उंगलियों में राशि रत्न पहनने की सोच रहे हैं, तो हमारे आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि किस रत्न को पहनने से क्या लाभ होता है और इसे किस उंगली में पहनना चाहिए?
माणिक्य
इसे धारण करने से व्यक्ति की मानसिक और पारिवारिक समस्याओं का अंत हो जाता है. उच्च पदाधिकारी, न्यायाधीश, कलेक्टर, राजनीति से जुड़े व्यक्ति आदि माणिक धारण करते हैं.
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जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य अशुभ होता है, उन्हें अनामिका उंगली में माणिक्य रत्न धारण करना चाहिए. हो सके तो आप रविवार के दिन इसे पहनें, जिससे आपको लाभ होगा. सिंह राशि के जातकों को माणिक पहनने की सलाह दी जाती है.
हीरा
कुंडली में शुक्र के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए तर्जनी उंगली में हीरा पहना जाता है. जो लोग इंजीनियर, कॉस्मेटिक से जुड़े सामान, कलाकार या चिकित्सक हैं, उन्हें हीरा पहनने से लाभ मिलता है.
वृषभ और तुला राशि के जातकों को हीरा पहनने की सलाह दी जाती है. इसे पहनने से व्यक्ति के रूप, गुण और धन में वृद्धि होती है.
मोती
कुंडली में चंद्रमा की मौजूदगी को शुभ बनाए रखने के लिए मोती को छोटी उंगली में धारण करें. सोमवार के दिन मोती पहनने से लाभ होता है.
जिन लोगों को क्रोध अधिक आता है, या जो जल व दूध से जुड़े व्यवसाय कर रहे हैं, उन लोगों को मोती पहनना चाहिए.
कर्क और मीन राशि के जातकों को मोती पहनना चाहिए. इसे पहनने से व्यक्ति के मन में आ रहे नकारात्मक विचारों का अंत होता है और उसका जीवन भयमुक्त व्यतीत होता है.
मूंगा
अगर आपकी कुंडली में मंगल की स्थिति खराब है, तो आपको रिंग अंगूठी में मूंगा रत्न धारण करना चाहिए. आप इसे मंगलवार के दिन भी धारण करेंगे, तो लाभ मिलेगा.
मूंगा रत्न मेष और वृश्चिक राशि के जातकों को धारण करने की सलाह दी जाती है. मूंगा धारण करने वाले व्यक्ति के साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है.
पुलिस, आर्मी, डॉक्टर, प्रॉपर्टी, हथियार, सर्जन, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर आदि कामों से जुड़े लोगों को मूंगा पहनने से लाभ होता है.
पन्ना
अगर आपकी कुंडली में बुध कमजोर है, तो हाथ की छोटी उंगली में पन्ना धारण करें, आप इसे दोपहर के समय में पहनें, इससे लाभ होगा. इसे पहनने से व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता विकसित होती है.
मिथुन और कन्या राशि के लोगों को पन्ना पहनने की सलाह दी जाती है. इसे पहनने से नौकरी और व्यापार में तरक्की होती है.
पत्रकारिता, सेल्समैन, प्रकाशन, प्रिंटिंग, मस्तिष्क से जुड़े व्यवसाय, कलाकार आदि लोगों को पन्ना पहनने की सलाह दी जाती है.
नीलम
कुंडली में शनि के दोष को खत्म करने के लिए आपको मध्यमा उंगली में नीलम धारण करने की सलाह दी जाती है. नीलम रत्न का संबंध भाग्य रेखा से होता है.
नीलम धारण करने से व्यक्ति की दूरदर्शिता बढ़ती है और कार्य क्षमता में सुधार होता है. लोहे से जुड़े व्यापारी, प्रशासनिक अधिकारी, राजनेता आदि को नीलम पहनने से लाभ होता है.
पुखराज
अगर आपकी कुंडली में गुरु या बृहस्पति की स्थिति कमजोर है, तो आपको तर्जनी उंगली में पुखराज धारण करना चाहिए. पुखराज को दोपहर के समय पहनना चाहिए.
इसे पहनने से व्यक्ति गंभीर बनता है और अन्याय के खिलाफ जागरूक रहता है. पुखराज पहनने से व्यक्ति की रुचि धार्मिक कार्यों में बढ़ती है.
धनु और मीन राशि के जातकों को पुखराज पहनने की सलाह दी जाती है. इसे पहनने से आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होती है. राजनायक, अभिनेता, प्रशासनिक अधिकारी, न्यायाधीश, मंत्री आदि को पुखराज पहनने से लाभ होता है.
गोमोद
राहु की कुदृष्टि से बचने के लिए आपको गोमोद धारण करना चाहिए. इसे पहनने से व्यक्ति के जीवन में घटित होने वाली आकस्मिक दुर्घटनाओं से मुक्ति मिलती है. ये आपको हमेशा के लिए काले जादू से भी छुटकारा दिलाता है.
लहसुनिया
जिन लोगों को नजर दोष लगा है, उन्हें ये रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. ये आपकी केतु के बुरे प्रभाव से रक्षा करता है. लहसुनिया पहनने से व्यक्ति के कार्य और व्यापार में लाभ होता है.
हालंकि, उपरोक्त राशि रत्नों को पहनने से पहले आपको ज्योतिष से सलाह अवश्य लेनी चाहिए. उसके बाद ही कोई राशि रत्न धारण करना चाहिए.