Mahashivratri 2022: इस शिवरात्रि कीजिए भगवान शंकर के इन शाक्तिशाली मंत्रों का जाप, मिलेगा विशेष लाभ
Maha Shivratri 2022: भगवान शिव एक ऐसे देवता है जिनकी कृपा दृष्टि पाकर हर भक्त का जीवन सफल हो जाता है. यूं तो शिव जी के सच्चे भक्त उनकी पूजा के लिए कोई विशेष समय या मुहूर्त का इंतजार नहीं करते हैं, लेकिन देवों के देव महादेव की पूजा के लिए मुख्य तौर पर सोमवार का दिन निश्चित किया गया है.
वहीं साल भर में एक दिन आने वाली शिवरात्रि के दिन भी शिवजी की विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन शिव तांडव स्तोत्र से लेकर शिवजी का महा मृत्युंजय मंत्र का जाप भक्तों की रोग, बाधाएं समाप्त कर देते हैं. इस वर्ष 1 मार्च को शिवरात्रि मनाई जाएगी.
वहीं साल भर में एक दिन आने वाली महाशिवरात्रि के दिन भी शिवजी की विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन शिव तांडव स्तोत्र से लेकर शिवजी का महा मृत्युंजय मंत्र का जाप भक्तों की रोग, बाधाएं समाप्त कर देते हैं.
इसी प्रकार शिवजी से जुड़े कई अन्य भी ऐसे मंत्र है, जिनको सोमवार या इस वर्ष आगामी महाशिवरात्रि के दिन जप करने से आपके जीवन के सभी कष्ट दूर होंगे. साथ ही बीमारियों और पीड़ाओं से मुक्ति मिलेगी.
आइए जानते हैं, शिवजी के पांच विशेष मंत्र
- ॐ नमः शिवाय
ओम् साक्षात् ब्रह्म का स्वरूप हैं. शिव जी के इस प्रसिद्ध मंत्र से हर शिव भक्त परिचित है. लेकिन यह छोटा मंत्र सर्वाधिक शक्ति रखता है. यह मंत्र मनुष्य को इच्छित वस्तु प्रदान करने में सक्षम है. इस मंत्र को आप महाशिवरात्रि के दिन सवा लाख बार जप करके दशांश हवन करने का विधान है.
- ॐ नमों रुद्राय
शिव जी के रुद्र रूप को समर्पित यह मंत्र मनुष्य की हर पीड़ा, दुख, दर्द व परेशानियों से मुक्ति देता है. इस मंत्र को शिवरात्रि के मध्य रुद्राक्ष की माला से 11 बार जप करने का विधान है.
- मयस्कराय
शिवजी का यह मंत्र घर के क्लेश, दुखों को दूर करने की शक्ति रखता है. महाशिवरात्रि की रात्रि इस मंत्र को रुद्राक्ष की माला से 51 बार जप करें. आपको शिव जी की कृपा और भक्ति निश्चित रूप से प्राप्त होगी.
- शिवतराय
यह मंत्र भी ॐ नमः शिवाय की भांति ही फलदायक है. यह शिवजी का पंचाक्षरी मंत्र है. शरीर में उत्पन्न विभिन्न गंभीर रोगों का नाश करने में यह मंत्र लाभकारी है.
- ओम् नमः शिवतराय
शिवजी का यह मंत्र विभिन्न विघ्नों को दूर करने में सहायता करता है. इस मंत्र का जाप करने से शिव शंकर आपके कष्टों को सुनते है और आपको सिद्धियां भी प्राप्त होती है. महाशिवरात्रि के दिन इस मंत्र को एक लाख बार जपकर शिवजी का अभिषेक करें.