Mystery of Bijli Mahadev Temple: बिजली से टूटने के बाद भी कैसे जुड़ जाता है इस मंदिर का शिवलिंग?
Mystery of Bijli Mahadev Temple: इस संसार में भगवान शिव के अनेकों मंदिर है, जिन सबकी अलग-अलग मान्यताएं हैं. भगवान शिव की महिमा को तो पूरा संसार जानता है. वहीं भगवान शिव को जगत में हर जगह पूजा जाता है, तो उनके लिए कई तरह के मंदिर बनाए गए है.
जिसके रूप में बाबा को पूजा जाता है, वहीं जहां हम आपको शिव जी जुड़े रहस्यमयी मंदिरों के बारें में जानकारी देते हैं, तो वहीं आज हम आपको हिमाचल की वादियों में छिपे एक मंदिर के बारें में बताने वाले है. जिसको भगवान शिव का सबसे अद्भुत मंदिर माना गया है.
क्योंकि ऐसा माना गया है कि यहां हर 12 साल में इस मंदिर की शिवलिंग पर बिजली गिरती है जो आज तक रहस्यमयी है…तो चलिए आपको बताते है…
हिमाचल में है 'महादेव बिजली मंदिर'
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कुल्लु में एक मंदिर जो बिजली नाम से जगत में प्रसिद्ध हैं, जहां ये मंदिर व्यास और पार्वती नदी के संगम के पास ही एक पहाड़ पर बना हुआ है. जिसको शिव जी के अनोखे मंदिर के रूप में जाना जाता है.
वहीं कहा जाता है कि 12 साल में यहां एक बार ऐसा बिजली गिरती है, जिसकी वजह से यहां का शिवलिंग चकनाचूर हो जाता है. लेकिन इस मंदिर को चमत्कारी इसलिए माना गया है, क्योंकि यहां जब भी शिवलिंग टूटती है, तो मंदिर के पुजारी शिवलिंग के टूटने पर उसे मक्खन से जोड़ देते है.
जिसकी वजह से शिवलिंग पहले जैसी हो जाती है, वही यहां के लोगो का कहना है कि जब भी यहां बिजली गिरती है, तो यहां लोगो की जान को भी खतरा है लेकिन मान्यता के अनुसार, शिव जी की कृपा उनके भक्तों को बचा लेती है.
इस वजह से गिरती है शिवलिंग पर बिजली
शिवलिंग पर जो बिजली गिरती है, उसका रहस्य ये है कि एक बार भगवान भोलेनाथ के त्रिशूल से राक्षस का वध हो गया था जिसके बाद कुलांत राक्षस का बड़ा शरीर पहाड़ के रुप में स्थापित हो गया था.
जिसके बाद शंकर जी ने भगवान इंद्र को आदेश दिया कि वो हर 12 साल में इस जगह पर बिजली गिराएं, जिसके बाद से ही मान्यता यहां के मंदिर पर बिजली गिरती है जिसको यहां के लोग भी देखते हैं. कि कैसे एक शिवलिंग पूरी तरह नष्ट होने के बाद भी जुड़ जाती है.