Sawan 2022: 12 ज्योतिर्लिंग से जुड़े हैं ये 12 रहस्य, जानने मात्र से होगी आपकी हर कामना पूर्ण
Sawan 2022: जैसा कि विदित है कि सावन का महीना चल रहा है. इस महीने में विशेष तौर पर भगवान शिव की आराधना की जाती है. भगवान शिव जी की भक्ति करने मात्र से व्यक्ति के जीवन में सारी परेशनियों का अंत हो जाता है. शिव जी की कृपा से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है. ऐसे में सावन के दिनों में यदि आप शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंग के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं,
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तो आपको शिव जी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है. तो हमारे आज के इस लेख में हम आपको शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंग से जुड़े 12 रहस्यों के बारे में बताने वाले हैं. जिनको जानकर आप भी सावन के दिनों में लाभ कमा सकते हैं. तो चलिए जानते हैं…
शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंग से जुड़े रहस्य
सोमनाथ मंदिर, जोकि शिवजी के 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे पहला ज्योतिर्लिंग है. इतिहास के अनुसार, इस मंदिर को करीब 16 बार नष्ट किया गया. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, चंद्र देव हर अमावस्या की रात यहां मौजूद समुद्र के जल में डुबकी लगाते हैं.
मल्लिकार्जुन मंदिर शिव जी के ज्योतिर्लिंग में से एक है. मान्यता है कि इसी ज्योतिर्लिंग में भगवान शिव और माता पार्वती अपने बेटे कार्तिक से मिलने आए थे.
उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में विराजित शिव जी इस ज्योतिर्लिंग को दूषण रक्षण से बचाते हैं. जिस कारण इस ज्योतिर्लिंग को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है.
मध्य प्रदेश स्थित ओंकारेश्वर नामक ज्योतिर्लिंग में भगवान शिव ने दानवों का नाश करके असुरों के आग्रह पर वहीं विराजित हो गए थे.
केदारनाथ जोकि भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग में से एक है. यहां भी शिव जी ने पांडवों को उनके समस्त पापों से मुक्ति दिलाकर उन्हें स्वर्ग दिलाया था.
पुणे स्थित भीमशंकर ज्योतिर्लिंग एकमात्र ऐसा ज्योतिर्लिंग है, जिसे सरकार द्वारा वनवन्यजीव अभ्यारण घोषित किया जा चुका है.
बनारस स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग में से एक है. जहां भगवान शिव ब्रह्मा और विष्णु समेत विराजित रहते हैं.
त्रयम्बकेश्वर स्थित शिव ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण होती है. जहां त्रिदेवों का वास है.
झारखंड स्थित वैघनाथ मंदिर भी भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग में से एक है. जहां सावन के दिनों में शिव भक्त कावर यात्रा पूर्ण करते हैं.