Sawan 2023: सावन के पहले सोमवार पर कैसे करें महादेव की पूजा-अर्चना?

 
Sawan 2023: सावन के पहले सोमवार पर कैसे करें महादेव की पूजा-अर्चना?

Sawan 2023: भोलेनाथ, जिसे भगवान शिव के रूप में जाना जाता है, सावन के महीने में हिमालय पर्वत में वास करते हैं. सावन मास शिवरात्रि के दौरान विशेष महत्व रखता है, और भक्त इस मास में भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए हिमालय पहाड़ों की यात्रा करते हैं.हिमालय के अलावा भोलेनाथ का निवास स्थान भारतीय धार्मिक ग्रंथों में काशी और केदारनाथ भी माना जाता है. केदारनाथ उत्तराखंड राज्य में स्थित है और यह एक प्रमुख शिव मंदिर है जिसे भोलेनाथ का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल माना जाता है.

सावन में भोलेनाथ की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है. सावन में आने वाली शिवरात्रि का भी विशेष महत्व होता है. साथ ही सावन में पड़ने सोमवार में भक्त विशेष पूजा अर्चना करते हैं साथ ही उपवास भी रखते हैं. आइए आज आपको बताते हैं कि कैसे करें सावन के पहले सोमवार पर पूजा?

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सावन (Sawan 2023) में कैसे करें महादेव की आराधना?

1. स्नान- पूजा की शुरुआत में स्नान करें. इससे स्वयं को शुद्ध करें साथ ही मन को भी शुद्ध करें.

2. पूजा स्थल तैयार करें- शिव जी की पूजा के लिए एक विशेष पूजा का स्थान तैयार करें. इसमें पूजा के लिए एक छोटा मंडप या मंदिर शामिल कर सकते हैं. पूजा की सारी सामग्री जैसे की जल, दूप, दीपक, अगरबत्ती, फूल, अक्षत, बिल्वपत्र, धातु के कलश, पंचामृत आदि को इस स्थान पर तैयार रखें.

3. व्रत रखें- सावन (Sawan 2023) के पहले सोमवार पर शिव पूजा के लिए व्रत रखें. इस दिन शाकाहारी भोजन करें और भगवान शिव के लिए मन और शरीर की पवित्रता बनाए रखें.

4. पूजा करें- शिव पूजा का आयोजन करें. शिवलिंग को जल, दूप, दीपक, अगरबत्ती, फूल और अक्षत से सजाएं. मंत्रों का जाप करें, भजन गाएं और शिव जी की आरती करें. मन को भगवान शिव (Sawan 2023) की उपासना में लगाएं और उनकी कृपा और आशीर्वाद की प्रार्थना करें.

5. व्रत का पूरा करें- शिव पूजा के बाद व्रत को पूरा करें. भक्ति और समर्पण भाव से इस व्रत को निभाएं और भगवान शिव की कृपा को प्राप्त करें.

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