Sawan jal 2023: सावन के दिनों में भगवान शिव से पहले किया जाता है इनका जलाभिषेक, जान लें

 
Sawan jal 2023: सावन के दिनों में भगवान शिव से पहले किया जाता है इनका जलाभिषेक, जान लें

Sawan jal 2023: आज से सावन का महीना शुरू हो गया है. सावन का महीना देवों के देव महादेव की भक्ति के लिए लोकप्रिय है. जोकि अबकी बार अधिमास के चलते 2 महीने तक प्रभावी होगा. ऐसे में भगवान शिव की उपासना के लिए शिव भक्तों के लिए बेहद खास समय चल रहा है. सावन के दिनों में भगवान शिव की भक्ति पूर्ण श्रद्धा के साथ करने पर वह आपकी समस्त मनोकामना को पूर्ण करते हैं.

इस बार सावन के महीने में 10 जुलाई को भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाएगा. इस दौरान भोलेनाथ के भक्त अनेक पेय पदार्थों से भगवान शिव (Sawan jal 2023) का जलाभिषेक करते हैं, लेकिन आज हम आपको यह बताने वाले हैं सावन के दिनों में भगवान शिव से पहले किस देवता का जलाभिषेक किया जाता है? तो चलिए जानते हैं.

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सावन (Sawan jal 2023) में शिवलिंग पर जल चढ़ाने के नियम

आप सब जानते हैं कि सावन में शिवलिंग पर शिव भक्त विशेष रूप से जल चढ़ाते हैं. ऐसे में आवश्यक है कि आप शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय कुछ एक बातों का ध्यान अवश्य रखें. इस दौरान आपको सदा शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय पूर्व-उत्तर दिशा की ओर मुख करके ही खड़े रहना चाहिए.

आपको हमेशा शिवलिंग (Sawan jal 2023) पर तांबे, कांस्य और चांदी के लोटे से ही जल अर्पित करना चाहिए. शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय आपको शिव जी के मंत्र का जाप भी अवश्य करना चाहिए. भगवान शिव को जल चढ़ाते समय कभी भी उसमें फूल या रोली नहीं मिलानी चाहिए.

सावन (Sawan jal 2023) में भगवान शिव से पहले किसकी होती है उपासना?

हम आपको बताते चलते हैं कि भगवान शिव से पहले सावन के दिनों में किसकी आराधना करना आवश्यक है. हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम को करने से पहले गणपति जी की आराधना की जाती है. इसी तरह से सावन (Sawan jal 2023) के दिनों में भी सबसे पहले गणेश जी का पूजन और उसके बाद शिवजी पूजे जाते हैं. गणेश जी का जलाभिषेक करने के पश्चात् ही सावन में शिव जी का जलाभिषेक किया जाता है.

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