Sawan vrat: सावन के पहले दिन रखा जाएगा मंगला गौरी व्रत, इस तरीके से करें महादेव का पूजन

 
Sawan vrat: सावन के पहले दिन रखा जाएगा मंगला गौरी व्रत, इस तरीके से करें महादेव का पूजन

Sawan vrat: 4 जुलाई से सावन की शुरुआत हो चुकी है. इस बार 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक सावन का महीना रहेगा. ऐसे में भगवान शिव के भक्तों के लिए करीब 19 साल बाद ऐसा शुभ संयोग बना है, सावन का महीना 2 महीने तक मनाया जाएगा. ऐसा इस बार अधिमास के चलते हुआ है.

सावन का पहला दिन मंगलवार को पड़ रहा है, ऐसे में जब सावन की शुरुआत मंगलवार के दिन होती है, तब उस दिन मंगला गौरी व्रत का आयोजन किया जाता है. ऐसे में यदि आप भी आज भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो आपको मंगला गौरी व्रत का विधि-विधान से पालन अवश्य करना चाहिए. तो चलिए जानते हैं…

WhatsApp Group Join Now

मंगला गौरी व्रत का शुभ मुहूर्त (Sawan vrat)

सुबह 08:57 मिनट से
दोपहर 02:10 मिनट तक

मंगला गौरी व्रत (Sawan vrat) की आसान विधि

1. इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि से निर्वत होकर स्वच्छ कपड़े पहनें.

2. पूजा स्थल की सफाई करें, फिर वहां चौकी सजाएं और उस पर लाल कपड़ा बिछाएं.

3. उस पर माता गौरी की तस्वीर रखें और व्रत का संकल्प लें.

4. इसके बाद माता गौरी की तस्वीर के सामने आटे का दीपक बनाकर जलाएं और फिर धूप, फूल, फल, रोली इत्यादि अर्पित करें

5. फिर इसके बाद माता गौरी की आरती उतारें और उनसे मंगलकारी प्रार्थना करें.

मंगला गौरी व्रत (Sawan vrat) रखने के फायदे

1. कुंवारी कन्याओं को व्रत रखने से एक अच्छे वर की प्राप्ति होती है.

2. इस व्रत का पालन करने से अखंड सौभाग्य मिलता है.

3. इस व्रत का विधि-विधान से पालन करने पर आपकी कुंडली में मौजूद मंगल दोष दूर होता है.

4. मंगला गौरी व्रत रखने से शिव और पार्वती दोनों ही आपसे प्रसन्न होते हैं.

5. इस व्रत का पालन करने पर आपका विवाह शीघ्र होने का योग बनता है.

ये भी पढ़ें:- सावन में कांवड़ यात्रा निकालने के पीछे क्या है वजह, जानें इतिहास

Tags

Share this story