Shanidev story: इस शनिवार जानिए, क्यों भगवान शनि को लेना पड़ा था एक स्त्री का अवतार?
Shanidev story: हिंदू धर्म में भगवान शनिदेव को न्याय प्रिय देवता के तौर पर पूजा जाता है. कहा जाता है कि किसी व्यक्ति के ऊपर भगवान शनि की छत्रछाया बनी रहती है, उस व्यक्ति का कोई भी संकट बाल भी बांका नहीं कर सकता. लेकिन कई बार शनिदेव की कुदृष्टि के चलते व्यक्ति का नुकसान भी हो जाता है, इसलिए कहा जाता है कि आपको कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे शनिदेव क्रोधित हो. परंतु क्या आप जानते हैं कि शनिदेव ने भी एक बार ऐसा काम कर दिया था जिस वजह से हनुमान जी बहुत क्रोधित हो गए थे. इतना ही नहीं, इतना ही नहीं, इस वजह से भगवान शनि को एक स्त्री का अवतार तक लेना पड़ा था. तो चलिए जानते हैं इस पौराणिक कथा के बारे में….
शनिवार के दिन पढ़े शनिदेव से जुड़ी ये पौराणिक कथा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एक बार जब शनिदेव के प्रकोप से संपूर्ण सृष्टि में हाहाकार मच गया था. तब सभी लोगों ने भगवान शनि को शांत करने के लिए हनुमान जी की उपासना आरंभ कर दी थी.
ऐसे में जब हनुमान जी को अपने भक्तों की पीड़ा के बारे में आभास हुआ, तब वह शनिदेव से युद्ध करने के लिए तैयार हो गए, लेकिन हनुमान जी के विशाल स्वरूप को देखकर शनिदेव काफी भयभीत हो गए,
उन्होंने हनुमान जी से बचने के लिए स्त्री का रूप धारण कर लिया. जैसा कि आपको विदित है कि हनुमानजी हमेशा स्त्रियों को बेहद सम्मान देते हैं और बाल ब्रह्मचारी होने की वजह से वह स्त्रियों पर हाथ नहीं उठाते,
ऐसे में जब हनुमान जी शनिदेव के पास पहुंचे, तब शनिदेव ने स्त्री रूप धारण कर लिया और उनके चरणों में गिरकर उनसे माफी मांगी. जिसके बाद हनुमान जी का क्रोध शांत हुआ,
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और शनिदेव ने भी लोगों को पीड़ा से मुक्त कर दिया. इसलिए कहा जाता है कि शनि देव की दृष्टि से बचने के लिए आपको हनुमान जी का विधि विधान से पूजन करना चाहिए.