Shanidev temple: इन पवित्र मंदिरों के दर्शन करने मात्र से, मिल जाएगी शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति…

 
Shanidev temple: इन पवित्र मंदिरों के दर्शन करने मात्र से, मिल जाएगी शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति…

Shanidev temple: शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति पाने के लिए यदि आप भी कई सारे उपाय कर चुके हैं. लेकिन आपके जीवन से शनि की बुरी दृष्टि अभी भी नहीं हट रही है.

तो हमारा आज का ये लेख आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है. हमारे आज के इस लेख में हम आपको शनि देव के उन मंदिरों के बारे में बताने वाले हैं.

जहां शनि देव के दर्शन और पूजन मात्र से आप हमेशा के लिए शनि की साढ़ेसाती से छुटकारा पा सकते हैं. क्योंकि शनि की साढ़ेसाती यदि आपकी कुंडली में होती है,

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तब लाख प्रयासों के बावजूद आपको जीवन में सफलता नहीं मिल पाती है. ऐसे में शनि की साढ़ेसाती से बचने के लिए आप तमाम उपाय कर चुके हैं,

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फिर भी शनि की कुदृष्टि आप पर पड़ रही है. तो आप शनि देव के इन पवित्र धामों के दर्शन करके स्वयं को शनि की कुदृष्टि से बचा सकते हैं.

यहां पढ़िए शनि देव के पवित्र मंदिरों के बारे में…

शनिदेव का शिंगणापुर मंदिर

महाराष्ट्र के अहमदनगर में मौजूद शनि देव का ये प्राचीन और लोकप्रिय मंदिर किसी अजूबे से कम नहीं है. इस मंदिर के बारे में प्रचलित है, जो भक्त यहां आकर सच्चे मन से शनि देव की आराधना करता है और शनि देव की मूर्ति पर तेल चढ़ाता है.

उसकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती का प्रकोप कम हो जाता है. इस मंदिर के आसपास रहने वाले लोगों की मान्यता ये भी है कि शनि देव उनकी रक्षा कर रहे हैं, यही कारण यहां मौजूद घरों में खिड़कियां और दरवाजे नहीं है.

कोकिलावन मथुरा स्थित शनि देव का मंदिर

शनिदेव का एक अद्भुत मंदिर कोकिलावान, मथुरा में भी मौजूद है. शनि देव जोकि श्री कृष्ण के भक्त थे, उन्होंने श्री कृष्ण से ये वरदान पाया था. कि जो भी भक्त यहां आकर शनि देव की सच्चे मन से भक्ति करेगा, उसे शनि की कुदृष्टि से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाएगा. साथ ही उसके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाएंगे.

ग्वालियर स्थित शनि देव का मंदिर

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भी शनिदेव का एक मंदिर है. जोकि वहां से 30 किलोमीटर की दूरी पर एक शनेश्चर पर्वत पर मौजूद है. कहते हैं जो भी भक्त इस मंदिर में जाकर शनि देव के दर्शन कर लेते हैं,

उसपर से सदा के लिए शनि की कुदृष्टि समाप्त हो जाती है. ये वही जगह है, जहां हनुमान जी ने शनिदेव को रावण की कैद से आजाद कराया था. कहते हैं तभी से इस मंदिर की विशेष धार्मिक मान्यता है.

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