Shiv ki mahima: इस एक मंत्र में छुपे हैं भगवान शिव के सारे ज्योतिर्लिंग के नाम, रोजाना जाप से होगा बेहद फायदा
Shiv ki mahima: सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा का दिन माना गया है. इसी तरह से भगवान शिव के भक्त शिव जी को प्रसन्न करने के लिए उनके ज्योतिर्लिंगों को भी समय-समय पर पूजते हैं.
जैसा कि आपको विदित है कि भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग भगवान शिव की मौजूदगी का ही साक्ष्य है. ऐसे में संपूर्ण भारतवर्ष में भगवान शिव के 12 विशेष ज्योतिर्लिंग मौजूद हैं. जहां मुख्य तौर पर भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति अपने जीवन में भगवान शिव के सभी ज्योतिर्लिंगों के नाम और उनकी महिमा का गान करता है, उसके जीवन से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं.
इतना ही नहीं भगवान शिव के ज्योतिर्लिंगों की महिमा का गान करने से जीवन के सभी दुखों का अंत हो जाता है. ऐसे में हमारे आज के इस लेख में हम आपको भगवान शिव के सभी ज्योतिर्लिंगों के नाम और
उससे जुड़े एक ऐसे मंत्र के बारे में बताने वाले हैं, जिसका जाप करने मात्र से भगवान शिव अपने भक्तों पर सदैव अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं. तो चलिए जानते हैं…
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग उसका नाम और उनसे जुड़ा मंत्र
सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्। उज्जयिन्यां महाकालं ओम्कारम् अमलेश्वरम्॥ परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमशङ्करम्।
सेतुबन्धे तु रामेशं नागेशं दारुकावने॥ वाराणस्यां तु विश्वेशं त्र्यम्बकं गौतमीतटे। हिमालये तु केदारं घुश्मेशं च शिवालये॥ एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि सायं प्रातः पठेन्नरः।
सौराष्ट्र में सोमनाथ, श्रीशैल पर मल्लिकार्जुन, उज्जैन में महाकाल, ओंकार तीर्थ में परमेश्वर, हिमालय के शिखर पर केदार, डाकिनी में भीमशंकर, वाराणसी में विश्वनाथ, गोदावरी के तट पर त्र्यंबक, चिता भूमि में वैद्यनाथ,
दारूकावन में नागेश, सेतुबंध में रामेश्वर और शिवालय में घुश्मेश्वर आदि ज्योतिर्लिंगों का जाप करने मात्र से व्यक्ति को संपूर्ण सिद्धियां प्राप्त हो जाती हैं.
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इस प्रकार आप भगवान शिव के ज्योतिर्लिंगों के नामों को दोहरा कर भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं और साथ ही उनका विशेष आशीर्वाद भी पा सकते हैं.