Shivling puja: इस पावन शिवलिंग पर जल चढ़ाने आते हैं राजा विभीषण, जानें कहां है स्थित?
Shivling puja: भगवान शिव के प्रतीक के तौर पर शिवलिंग को पूजा जाता है. इन दिनों सावन का महीना चल रहा है, ऐसे में भगवान शिव के भक्त शिवलिंग की विधि-विधान से पूजा करके भगवान शिव की कृपा पाने का प्रयास करते हैं. ऐसी मान्यता है कि शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से भगवान शिव आपकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं.
यही कारण है कि सावन के महीने में भगवान शिव के भक्त शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अवश्य चढ़ाते हैं और खासकर सावन के सोमवार पर शिव मंदिर जाकर वह शिवलिंग का पूजन अवश्य करते हैं. हमारे आज के इस लेख में हम आपको जैसे शिवलिंग के बारे में बताएंगे, जहां आज भी रावण का भाई राजा विभीषण शिवलिंग पर जलाभिषेक करने आते हैं. चलिए जानते हैं…
भगवान शिव का पावन शिवलिंग (Shivling puja)
भारत के मध्य प्रदेश राज्य में मुरैना से करीब 5 किलोमीटर दूर पहाड़गढ़ नामक जिला मौजूद है. जहां जंगल के आसपास ईश्वरा महादेव का मंदिर मौजूद है. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में शिवलिंग (Shivling puja) पर रावण के भाई विभीषण जलाभिषेक करने आते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें रावण के अलावा रावण का भाई विभीषण भी भगवान शिव का बहुत बड़ा भक्त था.
ईश्वरा महादेव की मंदिर में शिवलिंग (Shivling puja) की स्थापना भी विभीषण के द्वारा की गई थी, इसीलिए ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त के दौरान शिवलिंग की पूजा अर्चना राजा विभीषण करते हैं. हालांकि किसी ने भी राजा विभीषण को शिवलिंग की पूजा करते हुए नहीं देखा है लेकिन लोगों का ऐसा मानना है कि यहां किसी भी पुजारी या लोगों का पूजन करने से पहले कोई अदृश्य शक्ति महादेव की उपासना करती है.
यही कारण है कि इस शिवलिंग में प्रातः काल मंदिर के कपाट खुलने के बाद पुजारियों को पूजन सामग्री रखी हुई मिलती है, जैसे 21 मुखी, 11 मुखी 7 मुखी बेलपत्र, चावल, फूल और जल आदि. ईश्वरा महादेव मंदिर के शिवलिंग के लिए ऐसा कहा जाता है कि जब इस अदृश्य शक्ति के बारे में जानने के लिए व्यक्ति ने शिवलिंग पर हाथ रखा, तब उस दौरान जोर से आंधी चली और उस व्यक्ति ने अपना हाथ हटा लिया.
इतनी देर में ही कोई अदृश्य शक्ति महादेव की शिवलिंग (Shivling puja) की उपासना करके चली गई और वह व्यक्ति जिसने शिवलिंग पर हाथ रखा था, वह जीवन भर के लिए थोड़ी हो गया. तबसे ईश्वरा महादेव मंदिर में स्थापित शिवलिंग की विशेष धार्मिक मान्यता है, यहां दूर-दूर से लोग भगवान शिव के शिवलिंग (Shivling puja) रूप के दर्शन करने पधारते हैं.
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