Shree Hari: भगवान विष्णु को क्यों कहते हैं श्री हरि? वजह है बेहद रोचक
Shree Hari: भगवान विष्णु को त्रिदेवों में काफी अहम माना गया है. ऐसी मान्यता है कि जिस भी व्यक्ति के जीवन में भगवान विष्णु की कृपा रहती है, उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता. भगवान विष्णु की पूजा के लिए गुरुवार का दिन निर्धारित किया गया है.
ऐसे में भगवान विष्णु के भक्त आज के दिन उनकी कृपा पाने के लिए अनेक उपाय आदि करते हैं, ताकि विष्णु जी को प्रसन्न किया जा सके. विष्णु जी ने धरती पर धर्म की स्थापना के लिए समय-समय पर अनेक अवतार लिए हैं, जिनमें भगवान राम और श्री कृष्ण बेहद लोकप्रिय है.
विष्णु जी को नारायण, जगदीश और श्री हरि के नाम से भी जाना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान विष्णु को श्री हरि क्यों कहा जाता है. यदि नहीं, तो हमारे आज के इस लेख में हम आपको इसी के बारे में बताएंगे. तो चलिए जानते हैं….
भगवान विष्णु को क्यों कहते हैं श्री हरि(Shree Hari)?
हरि हरति पापाणि
अर्थात् जो मनुष्यों के सभी पापों को हर लेते हैं, संसार का कल्याण करते हैं, दुःख और कष्टों को दूर कर देते हैं, ऐसे जगत के पालनहार भगवान विष्णु को हम हरि (Shree Hari) के नाम से जानते हैं. भगवान विष्णु को हरि इसलिए भी कहा जाता है, क्योंकि वह इस धरती पर मौजूद सभी व्यक्तियों की दिक्कतों और परेशानियों को हर लेते हैं.
इसके साथ ही जो व्यक्ति भगवान विष्णु की संपूर्ण तन-मन-धन के साथ उपासना करता है, उसे मृत्यु के बाद मोक्ष मिलता है. जिस कारण भी विष्णु जी को जगत की पालना करने वाले ईश्वर के तौर पर भी जाना जाता है, जो हरि के नाम से प्रसिद्ध हैं.
यही वजह है कि जब भी हम भगवान विष्णु की कामना करते हैं, तब उनसे यह प्रार्थना अवश्य करते हैं कि वह हमारे साथ-साथ संसार के समस्त व्यक्तियों के दुःखों को हर लें.
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