Som pradosh vrat: प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव को ऐसे करें प्रसन्न, पूजन के लिए अपनाएं यह विधि
Som pradosh vrat: आज यानि 5 दिसंबर के दिन भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सोम प्रदोष व्रत रखा जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति प्रदोष व्रत रखता है, भगवान शिव की कृपा से उसके सारे काम पूरे होते हैं.
ऐसे में आज सोम प्रदोष व्रत के दिन आप भगवान शिव को प्रसन्न करके कैसे उनका आशीर्वाद पा सकते हैं, हमारे आज के इस लेख में हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं.
इससे पहले हम आपको बता दें कि सोम प्रदोष व्रत को त्रयोदशी व्रत के नाम से भी जाना जाता है, और इस दिन सूर्यास्त के दौरान भगवान शिव की आराधना की जाती है.
यानी प्रदोष व्रत के दिन भोलेनाथ को सूर्यास्त से 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद पूजा जाता है. हमारे धार्मिक शास्त्रों जैसे कि स्कंद पुराण में भी यह लिखा है कि जो भी व्यक्ति प्रदोष व्रत का सच्चे मन से पालन करता है,
भगवान शंकर की कृपा से उसे मनचाहा वरदान प्राप्त होता है.इतना ही नहीं जो दंपत्ति संतान का सुख पाना चाहते हैं, वह भी प्रदोष व्रत का नियमित तौर पर पालन करते हैं.
सोम प्रदोष व्रत का नियमित तौर पर पालन करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. ऐसे में चलिए जानते हैं आज के दिन भगवान शिव की पूजन की सही विधि और समय…
सोम प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त
5 दिसंबर सुबह 5:57 आरंभ
6 दिसंबर शाम 6:27 समाप्ति
सोम प्रदोष व्रत की विधि
1. सोम प्रदोष व्रत के दिन आप सूर्योदय से पहले उठकर स्नानादि कर ले.
2. इसके बाद भगवान शिव के पूजन की थाली में बेलपत्र, गंगाजल, अक्षत, दीपक और धूप इत्यादि रख लें.
3. पूजा के स्थान को गंगाजल से शुद्ध करके वहां गाय के गोबर से लेप करें.
4. इसके बाद पूजा के स्थान पर मंडप तैयार कर लें, और मंडप में 5 तरह के अलग-अलग रंगों की मदद से रंगोली तैयार कर लें.
5. तत्पश्चात् भगवान शिव की पूजा करने से पहले अपने मुख को उत्तर पूर्व दिशा में करें.
6. सोम प्रदोष व्रत के दिन आपको ओम नमः शिवाय का जाप अवश्य करना है और भगवान शिव को जल भी चढ़ाना है.
7. इसके बाद सूर्यास्त तक आपको व्रत का विधि विधान से पालन करना है, उसके बाद सूर्यास्त से पहले सफेद रंग के वस्त्र पहनने हैं.
प्रदोष व्रत के दौरान बरतें सावधानी
सोम प्रदोष व्रत के दौरान आपको सूर्यास्त तक अन्न ग्रहण नहीं करना है.
इस व्रत के दौरान आपको भूल से भी तामसी भोजन ग्रहण नहीं करना है.
सोम प्रदोष व्रत के दिन झूठ, चोरी, नशे अपशब्द और गलत भाव को मन में नहीं लाना है.
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इस व्रत के दिन ध्यान रहे कि आपको लड़ाई झगड़े से दूर रहना है, और अपने बड़ों का सम्मान करना है.
इस प्रकार, सोम प्रदोष व्रत का विधि विधान से पालन करने पर आपको दो गायों के दान जितना लाभ प्राप्त होता है. ऐसे में भगवान शिव के भक्तों को सोम प्रदोष व्रत का नियमित तौर पर पालन करना चाहिए.