Somvar Shiv Puja: सोमवार के ही दिन क्यों की जाती है भगवान शिव की पूजा? ये है प्रमुख कारण…
Somvar Shiv Puja: देवों के देव महादेव हिंदू धर्म के तीन प्रमुख देवताओं में से एक है. जिनकी हर सोमवार को विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है.
कहा जाता है कि जो भी भक्त सोमवार के दिन भगवान शिव की सच्चे मन से आराधना करता है, भगवान शिव अपने उस भक्त की हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि भोलेबाबा की पूजा सोमवार के ही दिन क्यों की जाती है? यानि भगवान शिव की पूजा के लिए सोमवार के दिन को ही क्यों चुना गया है, यदि नहीं!
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तो हमारे आज के इस लेख में हम आपको ये बताएंगे कि आज यानि सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए खास क्यों माना जाता है. इसके पीछे कई कारण मौजूद हैं, जिसके बारे में आगे हम चर्चा करेंगे.
सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा के पीछे छिपा है ये कारण….
- सोमवार शब्द सोम + वार से मिलकर बना है. सोम शब्द से तात्पर्य सौम्य और शांत व्यवहार से होता है. ऐसे में भोलेबाबा को भी सरल और सौम्य स्वभाव का धनी बताया जाता है, कहते हैं जब भोलेबाबा अपने भक्तों से प्रसन्न होते हैं, तो उन्हें मनचाहा वरदान दे देते हैं. यही कारण है कि सोमवार का दिन शिव की भक्ति का दिन माना जाता है. जबकि कई धार्मिक ज्ञाताओं के मुताबिक, सोम यानि उमा के साथ शिव. अर्थात् देवी शक्ति के बिना भगवान शिव की भक्ति अधूरी है, इसलिए सोमवार को भगवान शिव की पूजा की जाती है.
- माना जाता है कि चन्द्र देवता जिन्हें सोम देव के नाम से भी जाना जाता है, उन्होंने भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए सोमवार के दिन ही विधि विधान से उनकी पूजा की थी. तब उन्हें क्षय रोग से हमेशा के लिए मुक्ति मिल गई थी. कहते हैं तभी से सोमवार का दिन भगवान शिव की भक्ति के तौर पर जाना जाता है.
- सोम शब्द का उच्चारण करने के दौरान ॐ की ध्वनि बाहर आती है. भगवान शिव जिनको ओंकार भी कहा जाता है, जिस कारण उनका भी ॐ से सीधा संबंध है. यही कारण है कि सोमवार का दिन शिव जी के दिन के तौर पर जाना जाता है.
- देवी पार्वती ने भी भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए 16 सोमवार के व्रत रखे थे, यही कारण है कि सोमवार के दिन भगवान शिव की आराधना की जाती है.
- सोम एक प्रकार का पेय पदार्थ होता है, जिसे देवतागण पिया करते थे. सोमरस इंसानों के लिए किसी अमृत से कम नहीं है. ऐसे में भगवान शिव की भक्ति भी किसी अमृत से कम नहीं है, यही कारण है कि सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है.
तो इस प्रकार, हमने जाना कि सोमवार के दिन ही भगवान शिव की आराधना क्यों की जाती है. जबकि मान्यता ये भी है कि सोमवार सप्ताह का पहला दिन है, जिसे सप्ताह की शुरुआत भी कहा जा सकता है.
ऐसे में भगवान शिव यानि महेश जोकि ब्रह्मा और विष्णु से भी श्रेष्ठ है, और समस्त देवी देवताओं में सर्वप्रथम माने गए है, इसलिए सप्ताह का पहला दिन उनकी भक्ति के लिए निर्धारित किया गया है.