Surya Namaskar Benefits: इस तरह से करने पर मिलेगा आसन का पूर्ण लाभ, जानिए सूर्य नमस्कार का सही तरीका

 
Surya Namaskar Benefits: इस तरह से करने पर मिलेगा आसन का पूर्ण लाभ, जानिए सूर्य नमस्कार का सही तरीका

Surya Namaskar Benefits: सूर्य नमस्कार एक संपूर्ण आसन माना जाता है. यह अत्यंत प्राचीन विधि है, जिसकी उत्पत्ति अस्पष्ट है. कुछ बातों के अनुसार सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar) की उत्पत्ति 17 वीं सदी में मानी जाती है, तो कुछ के अनुसार 20 वीं सदी में. यूं तो सूर्य हिंदू के देवता है और सूर्य नमस्कार में सूर्य देवता की स्थिति भी की जाती है.

लेकिन वैज्ञानिक दृष्टि से भी सूर्य नमस्कार के विभिन्न लाभ हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक, यदि आप सही तरह से सूर्य नमस्कार का अभ्यास करते हैं. तो आपके शरीर के विभिन्न रोग दूर होते हैं. इसके साथ ही शरीर में एक नए ऊर्जा का संचार होता है.

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सूर्य नमस्कार के लाभ

सूर्य नमस्कार का रोजाना अभ्यास हमारे शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य को तंदुरुस्त बनाए रखने में बेहद फायदेमंद माना जाता है. यह अन्य सभी योगाभ्यास से सर्वाधिक लाभकारी तथा सरल माना जाता है.

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वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सुबह उठकर जब हम सूर्य नमस्कार योगाभ्यास करते हैं, तो सुबह सूर्य की शुद्ध किरणें हमारे शरीर को प्राप्त होती हैं, जिससे हमारे शरीर को वैचारिक तथा भावनात्मक शुद्धि मिलती है.

सूर्य नमस्कार के अंतर्गत कुल 12 आसन आते हैं. यदि आप सिर्फ सूर्य नमस्कार को करते हैं, तो आपकी शरीर का पूरा वर्कआउट कंप्लीट हो जाता है. इसको करने से शरीर के सभी अंगों को व्यायाम प्राप्त होता है.

सूर्य नमस्कार करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें

किसी भी योगाभ्यास को करने से पहले हमें कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक हो जाता है. उसी प्रकार सूर्य नमस्कार करने से पहले भी आपको निम्नलिखित बातों का विशेष ध्यान रखना होगा-

  1. आपको सूर्य नमस्कार खुले स्थान पर और स्वच्छ जगह पर करना चाहिए.
  2. सूर्य नमस्कार आप इस स्थिति में कभी नहीं करें, जिसने आपको थकावट महसूस हो.
  3. सूर्यनमस्कार के पूरे 12 स्टेप्स को उचित तरीके से करें.
  4. सूर्य नमस्कार करते समय आप भगवान सूर्यदेव को मन में स्नान करते हुए, सूर्य नमस्कार से जुड़े मंत्रों का जाप कर सकते हैं.
  5. सूर्य नमस्कार की प्रत्येक प्रक्रिया को पैर को बदलते हुए करना चाहिए.

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