Daan ke niyam: किन लोगों को नहीं करना चाहिए दान-पुण्य? माघ पूर्णमासी से पहले जरूर जान लें…
Daan ke niyam: हिंदू धर्म में दान-पुण्य का विशेष महत्व है. कहा जाता है जो भी व्यक्ति अपने जीवन में दान पुण्य करता है, उस पर सदैव ईश्वर का आशीर्वाद बना रहता है. इसके साथ ही उसे अपने जीवन में हमेशा ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है, लेकिन कई बार दान पुण्य करना भी व्यक्ति को महंगा पड़ सकता है,
यानी यदि आपके जीवन में आप दान पुण्य करते हैं, आपको इसके बावजूद इसका फल प्राप्त नहीं हो रहा, तो इसके पीछे अवश्य ही कुछ कारण मौजूद होंगे. ज्योतिष शास्त्र की मानें तो यदि आपकी कुंडली में कोई ग्रह कमजोर है,
तो आपको उससे जुड़ी चीजों का दान नहीं करना चाहिए, अन्यथा आपको इसका विपरीत फल प्राप्त होता है, ऐसे में हमारे आज की इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं कि किन लोगों को किस वजह से दान-पुण्य नहीं करना चाहिए. जिनके बारे में आज हम बात करने वाले हैं. तो चलिए जानते हैं…
किन लोगों को दान पूर्ण करने से बचना चाहिए?
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जिन लोगों की कुंडली में मंगल चौथे भाव में बैठा हो, उस व्यक्ति को भूल से भी कपड़ों का दान नहीं करना चाहिए.
जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में है, उन्हें कभी भी दवा, परफ्यूम, जेवर और कपड़ों का दान नहीं करना चाहिए.
जिन लोगों की कुंडली में बुध मौजूद है अच्छी स्थिति में, ऐसे लोगों को भूल से भी कभी पेन और किताबों का दान नहीं करना चाहिए.
जिन लोगों की कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में ऐसे लोगों को भी तांबे, गुड़, गेहूं और सोने से बनी चीजों का दान नहीं करना चाहिए. कुंडली के सातवें और आठवें भाव में मौजूद सूर्य के चलते आपको सुबह-शाम के समय दान नहीं करना चाहिए.
जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति मजबूत होता है ऐसे लोगों को धन, पुस्तक और कपड़ों का दान करने से परहेज करना चाहिए.
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चंद्रमा यदि आपकी कुंडली के छठे भाव में मौजूद है, तो आपको भूल से भी पानी और दूध या सफेद रंग की चीजों का दान नहीं करना चाहिए.
कुंडली में शनि देव की स्थिति मजबूत होने पर आपको तांबे, जूते, भोजन और कपड़ों का दान नहीं देना चाहिए.