Vastu tips for Goddess laxmi: हिंदू धर्म में कई चिन्हों के माध्यम से हम किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करते हैं. सनातन संस्कृति में कई प्रकार के प्रतीक चिह्न मौजूद है, और इन प्रतीकों का अपना अलग ही महत्व है. इन प्रतीकों के अंदर कई रहस्य छुपे हुए हैं, औऱ जो भी व्यक्ति इन प्रतीकों के रहस्य को समझ जाता है, वह इन प्रतीकों से अनेकों प्रकार के लाभ उठा सकता है.
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लेकिन वही यदि कोई व्यक्ति इन प्रतीकों को नहीं समझता है. तो उसके लिए ये चिह्न मात्र एक प्रतीक के तौर पर विद्यमान होते हैं. हमारे आज के इस लेख में हम आपको एक ऐसे ही शुभ चिह्न के बारे में बताने वाले हैं, जिसको किसी भी शुभ काम की शुरुआत करने से पहले जरूर बनाएं. ऐसा करने से आपके ऊपर सदा देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है. तो चलिए जानते हैं…
इस शुभ चिह्न को बनाने मात्र से मिलेगी देवी मां की कृपा….
घर में किसी भी शुभ काम को करने से पहले घर के प्रवेश द्वार पर स्वास्तिक का चिह्न बनाया जाता है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, स्वास्तिक का चिह्न बनाने मात्र से आपके घर में मौजूद वास्तु दोष दूर हो जाता है. इतना ही नहीं, घर की उत्तर दिशा में अगर आप सूखी हल्दी से स्वास्तिक बनाते हैं, तो आपको शुभ लाभ की प्राप्ति होती है.
घर के मुख्य द्वार और व्यापार में आने वाली अड़चनों को दूर करने के लिए अगर आप स्वास्तिक बनाते हैं, तो आपको अवश्य ही लाभ होता है. स्वास्तिक का चिह्न चार दिशाओं की ओर संकेत देता है. साथ ही ये चार आश्रमों, चारों दिशाओं और चार युगों का प्रतिनिधित्व करता है. स्वास्तिक से तात्पर्य शुभ लाभ से होता है. जिसका प्रतीक चिह्न ओम है.
स्वास्तिक का चिह्म मुख्य रूप से देवी लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा के दौरान बनाया जाता है. स्वास्तिक के मध्य भाग को विष्णु की कमल नाभि और चारों दिशाओं को ब्रह्मा जी के चार मुख, वेद औऱ हाथों की ओर इंगित करता है. ऐसे में अगर आप किसी भी मंगल कार्य़ को करने से पहले स्वास्तिक का चिह्न बनाते हैं, तो आपको अवश्य ही लाभ होता है.