Vastu Tips: घर में नींव डलवाते समय रखें वास्तु की इन बातों का ध्यान
हिंदू धर्म में किसी नए काम को शुरू करने से पहले शास्त्रों के अनुसार शुभ मुहूर्त जरूर देखते है. वैसे ही जब आप अपना नया घर बनवाने जाए तो उसकी नीवं रखने से पूर्व आपको शास्त्रों के अनुसार कई चीजों का ध्यान रखना चाहिए. यदि ऐसा नही करते है और वास्तु में गड़बड़ कर बैठते है तो इसके दुष्परिणामों को भोगना पढ़ता है. आज जानते है वस्तुत के अनुसार हमें किस किस चीज का ध्यान रखना चाहिए.
रखें वास्तु की इन बातों का ध्यान
व्यक्ति को नए घर की नीवं रखने से पूर्व भूमि पूजन करना चाहिए. इससे आपकी भूमि पर आने वाली विपदाएं टल जाती है. नीवं के भरने से पूर्व उसमे एक चांदी के नाग नागिन का जोड़ा डाल देना चाहिए. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से आपके घर पर सुरक्षा कवच बन जाता है.
भूमि पूजन की प्रक्रिया में कई प्रकार की सामग्रियों की जरुरत पड़ती है जैसे- रोली, पान के 5 या 7 पत्ते, लौंग, इलायची, साबुत सुपारी, जौ, कपूर, आटा, चावल काला तिल, पीली सरसों, धूप, हवन सामग्री, पंचमेवा, गाय का शुद्ध घी, तांबे की लुटिया में जल, एक नारियल आदि.
वैशाख, श्रावण, कार्तिक, मार्गशीर्ष और फाल्गुन इन चंद्रमासों में गृहारंभ शुभ होता है. इनके अलावा अन्य चंद्रमास अशुभ होने के कारण निषिद्ध कहे गए हैं. वैशाख में गृहारंभ करने से धन धान्य, पुत्र तथा आरोग्य की प्राप्ति होती है. श्रावण में धन, पशु और मित्रों की वृद्धि होती है. कार्तिक में सर्वसुख. मार्गशीर्ष में उत्तम भोज्य पदार्थों और धन की प्राप्ति. फाल्गुन में गृहारंभ करने से धन तथा सुख की प्राप्ति और वंश वृद्धि होती है. किंतु उक्त सभी मासों में मलमास का त्याग करना चाहिए.
यह भी पढ़ें: हिंदू धर्म में इन रीति रिवाजों से की जाती है शादी