Vishnu ji Kalki Avatar: भगवान विष्णु का आखिरी अवतार होगा कलियुग का अंत…जानिए क्या होगा तब?
Vishnu ji Kalki Avatar: जगत के पालनहार भगवान विष्णु अबतक 23 अवतार ले चुके हैं. जिनमें से उन्होंने सारे अवतार कलियुग से पहले ही युगों में ले लिए थे. अब कलियुग में भगवान विष्णु अपना अंतिम और 24वां अवतार लेंगे. जिसे भगवान विष्णु के कल्कि अवतार के नाम से जाना जाएगा.
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।।
श्रीमद् भागवत गीता के इस श्लोक के अनुसार, जब भी धरती पर पाप और अत्याचार बढ़ता है, तब मैं (भगवान विष्णु) धरती पर अवतार लेते हैं. इसी तरह से भगवान विष्णु कलियुग के अंत समय में कल्कि अवतार लेंगे. कहते हैं जब भी भगवान विष्णु का कल्कि अवतार होगा, तब हिंदू धर्म के सभी सप्तऋषि जिन्हें अमरत्व का वरदान मिला हुआ हैय. वे सभी अपने असल रूप में आ जाएंगे.
भगवान विष्णु कहां और कब लेंगे कल्कि अवतार?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार,भगवान विष्णु कल्कि अवतार आज से करीब 450 वर्ष के बाद लेंगे. यानि श्रावण महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को कल्कि अवतार जन्म लेंगे. ऐसे में जब श्री हरि का जन्म होगा, तब गुरु, सूर्य और चंद्रमा एक साथ पुण्य नक्षत्र में मौजूद होंगे, तभी कल्कि भगवान जन्म लेंगे. भगवान विष्णु का यह अवतार 64 कलाओं से युक्त होगा.
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जिसे श्री हरि कलियुग के निकट अंत के समय उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर के संभल जिले में विष्णुयशा नाम के एक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे. जिनकी माता का नाम सुमति होगा. साथ ही जिनके तीन बड़े भाई (सुमंत, कवि और प्राज्ञ) होंगे. कल्कि अवतार लेने के बाद परशुराम जी उनके गुरु होंगे और याज्ञवाल्क्य उनके पुरोहित होंगे. साथ ही श्री विष्णु का ये अवतार निष्कलंक अवतार के नाम से भी जाना जाएगा. जिसके बारे में इस श्लोक के माध्यम से जानकारी होती है.
सम्भल ग्राम मुख्यस्य ब्राह्मणस्यमहात्मनः भवनेविष्णुयशसः कल्कि प्रादुर्भाविष्यति।।
इतना ही नहीं, भगवान विष्णु कल्कि अवतार के समय वैकुंठ धाम से देवदत्त नामक घोड़े पर सवार होकर निकलेंगे. धार्मिक विश्लेषणों के मुताबिक, कलियुग में कल्कि अवतार लेकर भगवान विष्णु पापियों का सर्वनाश करेंगे और दुष्टों को समाप्त करेंगे. जिसके बाद ही सतयुग की पुन: स्थापना होगी.
कैसे मालूम पड़ा भगवान विष्णु के कल्कि अवतार के बारे में?
भगवान विष्णु के कल्कि अवतार का जिक्र श्रीमद भागवत गीता के बारहवें स्कंद में किया गया है. जबकि उनके घोड़े पर सवार और एक हाथ में तलवार लिए स्वरूप का वर्णन अग्नि पुराण के 16वें अध्याय में मिलता है. हिंदू धर्म के अनेक धार्मिक ग्रंथों और पुराणों में भगवान विष्णु के कल्कि अवतार का वर्णन किया गया है. जिसमें ये वर्णित है कि भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण के वैकुंठ जाने के कलियुग की शुरुआत हुई और अब श्री हरि के कल्कि अवतार लेने पर सतयुग आरंभ हो जायेगा.