अगर ये ग्रह धरती से टकराया तो करना पड़ सकता है परमाणु विस्फोट, जानिए इस पर वैज्ञानिकों की राय

 
अगर ये ग्रह धरती से टकराया तो करना पड़ सकता है परमाणु विस्फोट, जानिए इस पर वैज्ञानिकों की राय

वैज्ञानिक पिछले लंबे समय से क्षुद्रग्रह (Asteroid) पर रिसर्च कर रहे हैं. वो इसलिए क्योंकि इस ग्रह से भारत को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है. वहीं इस समय जानकारी ये भी है कि वैज्ञानिकों ने ऐसे खतरनाक Asteroid से निपटने की रणनीति बनाना शुरू कर दी है. उनका कहना है कि ऐसे Asteroid को ध्वस्त करने के लिए परमाणु विस्फोट भी करना पड़ सकता है. आपको बता दें कि ऐसे ही किसी क्षुद्रग्रह के धरती से टकराने से पृथ्वी से डायनासोर का सफाया हो गया था.

एक्टा एस्ट्रोनॉटिका जर्नल में प्रकाशित शोध में लॉरेंस लिवरमोर नेशनल लेबोरेटरी (एलएलएनएल) के वैज्ञानिक पैट्रिक किंग ने अपने आर्टकिल में बताया है कि Asteroid को रोकने के लिए परमाणु ऊर्जा का उपयोग करने पर ध्यान देता है. इस तरह क्षुद्रग्रह को पृथ्वी पर पहुंचने से पहले इसे अपने रास्ते से हटाया जा सकता है. इस पर लंबे समय से काम चल रहा है. वहीं रिसर्च में बताया गया है कि एस्टेरॉयड को रोकने के लिए पर्याप्त समय नहीं है तो परमाणु विस्फोट से क्षुद्रग्रह को टुकड़ों में बदला जाएगा.

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आसान नहीं है जितना लगता है: वैज्ञानिक

वैज्ञानिक का कहना ये भी है कि यह उतना आसान नहीं है जितना लगता है. वहीं लेखक किंग का कहना है कि एक रणनीति के रूप में इससे धरती को होने वाले नुकसान का आंकलना करना होगा. कुछ अन्य चुनौतियां भी आ सकती हैं, जिनके बारे में शायद किसी को अंदाजा नहीं है. किंग ने कहा कि उनके अध्ययन में परमाणु विस्फोट को अंतिम उपाय के रूप में बताया गया है.

वहीं खगोलशास्त्रियों ने सौर मंडल में मंडरा रही एक दुर्लभ वस्तु का पता लगाया है. कहा जा रहा है कि यह क्षुद्रग्रह और धूमकेतु दोनों हो सकती हैं. आमतौर पर मंगल और बृहस्पति के बीच मुख्य बेल्ट में पारए जाने वाले क्षुद्रग्रह अपनी संरचना नहीं बदलते हैं, लेकिन 2005 QN173 को देखकर लग रहा है कि यह धूल बहाता हुआ जा रहा है. यही कारण है कि इसके पीछे 7,20,000 किलोमीटर लंबी पूंछ दिखाई दे रही है.

समुद्री लुटेरों की एक आंख ढकी रहने के पीछे है ये कारण

https://youtu.be/wK64mYPEO78

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