ISRO ने अपनी 'Shwaas' टेक्नोलॉजी को सार्वजानिक किया, अब कंपनी बना सकेगी एडवांस मशीन
इसरो जल्द ही ऑक्सीजन concentrator के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरित करने की तैयारी में है।
विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (वीएसएससी) के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी जल्द ही उद्योगों को करीब 60,000रु पये की लागत से विकसित ऑक्सीजन concentrator बनाने की तकनीक विकसित करेगी।
शुक्रवार को वीएसएससी के अधिकारियों ने इच्छुक कंपनियों की एक वीडियो बैठक की और Shwaas और उसके सिस्टम के बारे में समझाया।
यह पहले दौर की बैठक थी और इसमें करीब 50 उद्योगों ने हिस्सा लिया था।
ISRO ने बताया कि यदि बड़े आधार पर उत्पादन किया जाता है तो लागत 30 प्रतिशत तक कम हो सकती है। वर्तमान में सभी घटक भारत में उपलब्ध हैं। सोमनाथ ने कहा, कुछ वस्तुओं का आयात भारतीय कंपनियों द्वारा किया जाता है लेकिन उन्हें यहां भी बनाया जा सकता है।
Alpha Design Technologies Ltd (ADTL) gets technology transfer from the Indian Space Research Organisation (ISRO) for manufacturing portable oxygen concentrators.
— Ajai Shukla (@ajaishukla) May 25, 2021
Alpha had earlier won a NASA global tender for ventilators.https://t.co/QXR7t8hXGe
ऑक्सीजन concentrator 'Shwaas', सांस की बीमारी के रोगियों का निवारण करने के लिए हवा की तुलना में एक समृद्ध स्तर (95 प्रतिशत से अधिक) ऑक्सीजन प्रदान कर सकते हैं।
'Shwaas' एक समय में दो रोगियों के लिए पर्याप्त 10 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) पर लगातार समृद्ध ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में सक्षम है। Shwaas में एक श्रव्य अलार्म है जो कम शुद्धता, दबाव और ऑक्सीजन के प्रवाह की दर के उच्च स्तर में एक्टिव होता है । इस डिवाइस का वजन 42-44 किलो है, 600 mm ऊंचा, 500 mm लंबा और 400 mm चौड़ा है और इसमें ऑक्सीजन concentrator, प्रवाह दर और दबाव दिखाते हुए एक एलसीडी डिस्प्ले भी दिया गया है।
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