NASA के वैज्ञानिकों ने खोजा 'युवा सूर्य' जैसा तारा, धरती में जीवन की उत्पत्ति के खोलेगा राज़
अमेरिकी नासा एजेंसी के खगोलविदों ने अंतरिक्ष में सूरज का 'छोटा भाई' खोजा है या कह सकते है यह 'युवा सूर्य' है. दरअसल यह एक तारा है जो वैज्ञानिकों के अनुसार केवल 60 करोड़ साल पुराना है. वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे धरती पर कैसे जीवन आया, इसका खुलासा हो सकता है. बतादें, इस युवा तारे का नाम कप्पा 1 सेती (Kappa 1 Ceti) है और इसका द्रव्यमान तथा सतह का तापमान हमारे सूरज की तरह है. गौरतलब है यह तारा धरती से 30 प्रकाशवर्ष की दूरी पर स्थित है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक यह तारा करीब 4.65 अरब साल पुराना है और अहम जानकारियां रखता है. वहीं इस तारे को लेकर 'द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल' में एक विस्तृत शोध छपा है. इस शोध के मुताबिक 'कप्पा1 सेटी' के जरिए सूर्य के केंद्र से होने वाले उत्सर्जन, तारकीय हवाओं और शुक्र, पृथ्वी व मंगल के शुरुआती दिनों में हुए वायुमंडलीय क्षरण की कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं.
सूरज ने पृथ्वी के वातावरण को कैसे आकार दिया, चलेगा पता
नासा ने कहा, 'इस खोज से वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि कैसे हमारे सूरज ने पृथ्वी के वातावरण को आकार दिया और धरती पर जीवन का विकास हुआ.' इस शोध में युवा सितारे से निकल रही हवा के बारे में भी अध्ययन किया गया है.
वैज्ञानिकों ने कहा कि यह असंभव है कि अरबों साल पहले के सोलर सिस्टम में जाया जा सके और यह देखा जा सके जब पृथ्वी पर पहली बार जीवन का विकास हुआ था, उस समय सूरज कैसा था. नासा के मुताबिक अगर देखें तो यह हमारी धरती की दूसरी गली में है. यह सितारा पृथ्वी के 9 दिन में एक बार तेजी से घूमता है.
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