NASA's Perseverance rover : नासा ने मंगल ग्रह पर रचा इतिहास, जानिए कैसे...
नासा (NASA) का पर्सिवियरेंस रोवर मंगल (Mars) पर लगातार नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. हाल ही में रोवर ने वायुमंडल की कुछ कार्बन डाई ऑक्साइड (Carbon Dioxide) को ऑक्सीजन में बदलकर इतिहास रच दिया है. इस बारे में अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि किसी अन्य ग्रह पर ऐसा पहली बार हुआ है.
अंतरिक्ष यात्रियों के लिए ऑक्सीजन
नासा के स्पेस टेनासा के अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी मिशन निदेशालय के एसोसिएट प्रशासक जिम रॉयटर ने कहा 'मंगल पर कार्बन डाईऑक्साइड (Carbon Dioxide) को ऑक्सीजन में बदलने का यह पहला अहम कदम है.' कहा जा रहा है कि यह प्रक्रिया न केवल भविष्य के अंतरिक्ष यात्रियों के लिए ऑक्सीजन तैयार कर सकती है. बल्कि वापसी की यात्रा के लिए पृथ्वी से ऑक्सीजन की ले जाने की समस्या से भी छुटकारा दिला सकती है.
Mars Oxygen In-Situ Resource Utilization Experiment यानि MOXIE एक तरह को सुनहरा कार की बैटरी के आकार का एक बॉक्स है. यह रोवर के अगले हिस्से के अंदर लगा हुआ है.
'मैकेनिकल ट्री'
'मैकेनिकल ट्री' कही जाने वाली यह चीज कार्बन डाईऑक्साइड मॉलेक्यूल को तोड़ने के लिए बिजली और केमिस्ट्री का इस्तेमाल करती है. साथ ही यह बायप्रोडक्ट के तौर पर कार्बन मोनोक्साइड भी तैयार करती है. अपने पहले रन में MOXIE ने 5 ग्राम ऑक्सीजन तैयार की.
यह आम गतिविधियों में लगे एक एस्ट्रोनॉट के लिए 10 मिनट के लिए सांस लेने योग्य ऑक्सीजन के बराबर है. MOXIE के इंजीनियर्स अब और आगे के टेस्ट रन पर विचार कर रहे हैं.
प्रति घंटे 10 ग्राम ऑक्सीजन
इसे प्रति घंटे 10 ग्राम ऑक्सीजन बनाने के हिसाब से तैयार किया गया है. इसपर लगी सोने की पतली कोटिंग इस बात को सुनिश्चित करती है कि ये गर्मी को रेडियेट नहीं करेगा और रोवर को गर्म नहीं करेगा. लाल ग्रह पर पर्सिवियरेंस ने 18 फरवरी को लैंड किया था.
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