पर्यावरण को बचाने के लिए अपने निजी जीवन में कुछ इस तरह करे बदलाव

 
पर्यावरण को बचाने के लिए अपने निजी जीवन में कुछ इस तरह करे बदलाव

कोरोना महामारी के इस दौर ने दुनिया तो बता दिया है कि किस तरह अगर आप अपने ऊर्जा स्रोतों पर थोड़ी बहुत पाबंदी लगाए तो मिल सकता है पर्यावरण को कई गुना फायदा, तो चलिए आइये जानते है किस तरह आप भी पर्यावरण को बचाने में निभा सकते है अपनी भागीदारी।  

कार की जगह साइकल

हर दिन ना सही तो कम से कम हफ्ते में एक दिन अपनी कार को घर में ही रहने दें।  पेट्रोल का खर्च तो बचेगा ही, कार्बन डाय ऑक्साइड उत्सर्जन भी कम होगा. कई शोध बताते हैं कि यदि एक व्यक्ति भी कार का इस्तेमाल बंद कर दे, तो सालाना दो टन CO2 उत्सर्जन कम किया जा सकता है. यानी आप खुद अपनी हवा साफ कर सकते हैं.

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पर्यावरण को बचाने के लिए अपने निजी जीवन में कुछ इस तरह करे बदलाव
image credits :cycling/pexels

प्लेन की जगह ट्रेन

अगर आपको कहीं सफर करना ही हो, तो प्लेन की जगह ट्रेन की टिकट कराइए।  यह भी आपकी जेब पर हल्का रहेगा और साथ ही इससे भी CO2 उत्सर्जन कम होगा. सालाना एक व्यक्ति की लंबी दूरी वाली एक रिटर्न फ्लाइट 1.68 टन CO2 उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार होती है। 

नॉन वेज की जगह वेज

आप जो खाते हैं उससे भी आपका कार्बन फुटप्रिंट निर्धारित होता है. दुनिया भर में जितना CO2 उत्सर्जन होता है, उसका एक चौथाई हिस्सा मीट इंडस्ट्री की देन है. जहां एक किलो बीफ की पैदावार में 60 किलो ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन होता है, वहीं एक किलो चिकन में छह किलो ग्रीनहाउस गैसों का और एक किलो मटर में केवल एक किलो ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन होता है। 

बर्बादी रोकिए

घर में लोग भले ही खाने की बर्बादी ना करें लेकिन शादी, पार्टी या किसी बड़े समारोह में ऐसा बहुत होता है. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट बताती है कि दुनिया भर में उगने वाला एक तिहाई भोजन बर्बाद होता है।  फैंका हुआ खाना जब लैंडफिल में जाकर सड़ता है, तो भी मीथेन जैसी जहरीली गैसें निकलती हैं, इसलिए, इस ओर ध्यान दें.

पौधे लगाएं

जरूरी नहीं है कि पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ ही लगाने हैं. आप अपने घर की बालकनी में कुछ फूल वाले पौधे भी लगा सकते हैं. ये भंवरों और मधुमक्खियों को आकर्षित करेंगे जो खाद्य श्रृंखला के लिए बेहद अहम हैं. साथ ही चाय पत्ती और फल सब्जी के छिलकों को फेंकने की जगह इनमें खाद की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है.

पर्यावरण को बचाने के लिए अपने निजी जीवन में कुछ इस तरह करे बदलाव
image credits :sapling/pexels

फास्ट फैशन से बचें

यह शायद सबसे मुश्किल बदलाव होगा लेकिन सबसे जरूरी भी, एक जमाना था जब लोग किसी भी खरीदे हुए कपड़े को सालोंसाल चलाते थे लेकिन अब ब्रैंडेड कपड़े भी इतने सस्ते मिलने लगे हैं कि लोग कुछ बार ही पहन कर इन्हें फेंक देते हैं। शोध अनुसार ये फेंके हुए कपड़े दुनिया के कुल कार्बन उत्सर्जन का दस फीसदी हिस्सा बनते हैं। 

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