काम की खबर: 31 जनवरी से शुरू होगी टैप एंड पे सुविधा, क्यूआर कोड भी नहीं करना होगा स्कैन
UPI Tap and Pay: यूपीआइ के जरिए हा भुगतान करने वालों ग्राहकों को 2 जल्द ही 'टैप एंड पे' की सुविधा वि मिल सकती है। इसके तहत यूजर्स को अपने मोबाइल को सिर्फ पैमेंट मशीन से छूना होगा या उसके नजदीक ले जाना होगा और भुगतान स्वतः हो जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआइ) ने यह सेवा उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि यह सुविधा 31 जनवरी 2024 तक मिलने लगेगी। इस संबंध में एनपीसीआइ एक सर्कुलर जारी किया है और डिजिटल भुगतान सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों से जल्द इस सुविधा को पेश करने को कहा है।
एनएफसी तकनीक होना जरूरी
हालांकि, तय की गई 31 जनवरी, 2024 की समयसीमा कंपनियों के लिए अंतिम मियाद नहीं है। कंपनियां कभी भी अपने ऐप पर यूपीआइ टैप एंड पे की सुविधा शुरू कर सकती हैं। फिलहाल यह सेवा गूगल पे, भीम ऐप और पेटीएम पर चुनिंदा लोगों को मिल रही है। इसके लिए स्मार्टफोन में नियर फील्ड कम्युनिकेशन तकनीक जरूरी है। यह रेडियो तरंगों के जरिए कॉन्टैक्टलेस पेमेंट करने में समक्ष है। एनसीपीआइ पहले ही बोलकर पेमेंट के लिए (हैलो यूपीआइ) और बिना इंटरनेट भुगतान की सुविधा कर चुका है।
ऐसे करना होगा इस्तेमाल इस सुविधा का
इस्तेमाल करने के लिए मोबाइल फोन से क्यूआर कोड को स्कैन करने की आवश्यकता नहीं होगी। ग्राहक को बस क्यूआर कोड मशीन या पेमेंट मशीन से मोबाइल को छूना (टैप) होगा। इसके बाद भुगतान हो जाएगा। मोबाइल में एनएफसी का होना जरूरी है।
500 रुपए का लेनदेन:
यदि यूजर टैप सुविधा के लिए यूपीआइ लाइट खाता शुरू करता है तो 500 रुपए तक लेनदेन होगा। 500 रुपए से अधिक के भुगतान पर पिन डालने की आवश्यकता होगी।
व्यापारियों को एनएफसी तकनीक से युक्त स्मार्ट क्यूआर या टैग की जरूरत होगी।