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'बिजनेस बन गया है भारत-पाकिस्तान मुकाबला, मुनाफा कमाने के चक्कर में नहीं कम हो रहे प्रतिद्वंदी'

 

भारत-पाकिस्तान का मुकाबला एक उत्सव की तरह मनाया जाता है। लेकिन यह उत्सव अलग-अलग देश में अलग-अलग मकसद और उद्देश्य से मनाया जाता है। इस मकसद का फायदा कई कंपनियां उठा रही है।

तभी तो साल 2019 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद गौतम गंभीर ने भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज का विरोध किया था। गंभीर के अनुसार दोनों ही देशों के स्टेकहोल्डर्स मुनाफा कमाने के चक्कर में ‘झगड़े’ को कम नहीं करना चाहते हैं।

गंभीर ने भारत-पाकिस्तान मुकाबले की तुलना ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के क्रिकेट मुकाबले से की है।

https://twitter.com/GautamGambhir/status/1458865037351682051?t=ecvjd9Z8uF342W7XYTv6Yw&s=19

टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार में लिखें कॉलम में गौतम गंभीर लिखते हैं कि ‘भारत और पाकिस्तान की तरह ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड भी पड़ोसी देश हैं, लेकिन उनके इतनी क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता नहीं दिखती।’

कहीं ना कहीं गंभीर की बात सच दिखती है। भारत, पाकिस्तान के साथ 1947 से अब तक 4 जंग लड़ चुके हैं। इसका असर खेल पर भी पड़ता है। खास कर क्रिकेट पर। कई कंपनियां इसलिए दिलचस्पी लेती है कि क्योंकि इससे उनका राजस्व बढ़ता है।

https://youtu.be/uOR4NNkBSI8

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