Cricket Rules: जानिए, क्रिकेट से जुड़े ऐसे नियम, जो आपकी नॉलेज के लिए जानना हैं सबसे जरूरी

Cricket Rules: क्रिकेट शुरू से ही एक ऐसा खेल रहा है जो दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय और पसंदीदा है. क्रिकेट को आज पूरे विश्व जगत में जाना जाता है. क्रिकेट को तीन फॉर्मेट में खेला जाता है. छोटी उम्र में ही बच्चे हाथ में बल्ला और बाल लेकर क्रिकेट खेलना शुरू कर देते है. इस खेल को खेलने के लिए मुख्यतौर पर बैट और बॉल की आवश्यकता होती है.
क्रिकेट तो हर किसी को पसंद होता है लेकिन कई लोगों को इस खेल से जुड़े नियमों के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती हैं, क्रिकेट को देखने में मजा जब और बढ़ जाता हैं तब हमें क्रिकेट से जुड़े नियमों की पूरी जानकारी हो. यदि आप भी क्रिकेट देखने या खेलने में रूचि रखते हैं तो यहाँ आपको क्रिकेट से जुड़ी हर जानकारी मिलने वाली हैं...
क्रिकेट खेलने के मुख्य नियम
क्रिकेट को तीन फॉर्मेट में खेला जाता है उसमें Test, ODI, T20 / T10 आदि शामिल है. हालाँकि इन सब क्रिकेट के फॉर्मेट में सबके अलग - अलग नियम कायदे है जो आपको आगे देखने को मिलेंगे.

क्रिकेट से जुड़े आम नियम
क्रिकेट के भिन्न-भिन्न फॉर्मेट के अलावा कुछ सामान्य नियम है जो प्रत्येक फॉर्मेट में लागू होते है.
खिलाड़ी - इस खेल में 2 टीमें आमने-सामने खेलती है जिसमें प्रत्येक टीम में 11 - 11 खिलाड़ी होते है जिनमे से 1 विकेटकीपर होता है बाकी सामान्य खिलाड़ी होते है.
मैदान - क्रिकेट एक खुले मैदान या स्टेडियम में खेला जाता है. इस मैदान पर 1 पिच होती है जो लगभग 22 गज की होती है जिसके 1 छोर पर बॉलर और दूसरे छोर पर बैट्समैन होता है. इसमें मुख्यतौर पर बॉलर बॉलिंग करता है और बैट्समैन बल्लेबाजी करता है.

स्टंप - स्टेडियम में बनी पिच के दोनों साइड 28 इंच ऊंचे स्टंप लगे होते है. इस स्टम्पों की संख्या तीन होती है और इन 3 स्टंपों के ऊपर दो गिल्लीया होती है.
मैदान - क्रिकेट खेल का मैदान जो आमतौर पर गोलाकार का होता है जहां पर क्रिकेट खेला जाता है. इस मैदान का आकार फिक्स नहीं होता है, यह कहीं कम या ज्यादा हो सकती है.
प्लेयर को आउट करने का तरीका - क्रिकेट के खेल में हर खिलाड़ी के पास आउट करने के लिए कई तरीके होते है जैसे विकेट पर बाल लगाकर आउट करना, कैच आउट, रन आउट होना, हिट विकेट आउट या स्टंप आउट होना. इन सब तरीके से खिलाड़ी को आउट करने के लिए तरीकों को उपयोग किया जा सकता है.
चौका - छक्का - बैटिंग करने वाला खिलाड़ी यदि किसी गेंद को शॉट मारता है और वह बाँल मैदान में टिप्पा (छूकर) खाकर जाए जो वह चौका कहलाता है और अगर बाँल बिना टिप्पा खाये सीधी बाउंड्री के बाहर जाती है तो उस समय छक्का माना जाता है.
टेस्ट क्रिकेट के नियम
क्रिकेट का सबसे पुराना फॉर्मेट टेस्ट क्रिकेट है. इस टेस्ट के कुछ नियम है. यह नियम सब टेस्ट मैचों के लिए एक जैसे ही होते है.
जर्सी - टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए खिलाड़ियों को सफेद कलर की जर्सी पहननी पड़ती है. इस जर्सी पर खिलाड़ी का नम्बर व नाम लिखा होता है और साथ ही उसके देश की क्रिकेट का Logo लगा होता है जिस देश की तरफ से वह खेल रहे है.
टेस्ट की अवधि - एक टेस्ट मैच 2 टीमों के बीच 5 दिन का होता है. इन 5 दिनों में दोनों टीमों द्वारा 2-2 पारी खेली जाती है. इन दोनों पारियों में हर खिलाड़ी 2 बार तक खेल सकता है.
ओवर - क्रिकेट के इस फॉर्मेट में 1 बॉलर कितने भी ओवर कर सकता है. एक दिन में दोनों टीमों से 90 ओवर तक फेंके जाते है.
नई गेंद - हर पारी की शुरुआत में टीम को 1 नई बाँल दी जाती है. टेस्ट क्रिकेट में 80 ओवर होने के बाद टीम नई बाँल के लिए कह सकती है.

एक दिवसीय (वनडे) क्रिकेट के नियम
सामान्य क्रिकेट के नियमों के अलावा एक दिवसीय क्रिकेट के कुछ नियम है.
जर्सी - टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए हर टीम को अलग - अलग रंग की ड्रेस पहननी पड़ती है. इस ड्रेस का कोड खेलने वाली टीम द्वारा चुना जाता है.
वनडे मैच का समय - दोनों टीमों के बीच मैच 1 दिन में ही पूरा किया जाता है.
ओवर - यह मैच दोनों टीमों के बीच में कुल 100 ओवर का होता है. इसमें 1 टीम द्वारा 50 ओवर की पारी खेले जाते है. जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी अपने हिस्से के 10 ओवर फेंक सकता है. इससे ज्यादा नहीं.
नई गेंद - हर पारी की शुरुआत में बल्लेबाज टीम को एक नई गेंद दी जाती है.
DRS नियम - एक वनडे मैच में दोनों टीमों के पास 2 - 2 DRS होते है. डीआरएस का मतलब होता है अगर एम्पायर कोई निर्णय देते है और टीम को ऐसा लगता है कि यह डिसीजन गलत दिया गया है तो उस कंडीशन में वह टीम डीआरएस की मांग कर सकती है.
Power Play - वनडे मैच में दोनों टीमों को 2 - 2 पावरप्ले का अधिकार होता है. पहला पावर प्ले शुरुआती 10 ओवर के लिए जरूरी होता है. इसके अलावा 1 पारी में बैटिंग पावर प्ले भी होता है जो की 5 ओवरों का होता है.

टी-20 और टी-10 के नियम
क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट के नियम वनडे के जैसे ही होते है, फिर भी इसमें कुछ विशेष नियम होते है. यह विशेष नियम वनडे नियमों से थोड़े अलग होते है.
ओवर - टी-20 में एक खिलाड़ी के 4 ओवर होते है इससे ज्यादा वह 1 पारी में नहीं फेंक सकता. टी20 मैच मात्र ओवर का ही होता है जिसमें प्रत्येक टीम के पास 20 - 20 ओवर होते है. टी-10 मैच केवल 10 ओवर का होता है जिसमें एक प्लेयर्स के पास 2 ओवर होते है.
Power Play - टी- 20 मैच में 6 ओवर का पावरप्ले भी रहता है. यह 6 ओवर पारी की शुरुआत के ही होते है, इसी में पावरप्ले लागू माना जाता है. टी10 में पावरप्ले के कोई भी नियम नहीं है.

क्रिकेट से जुड़े अन्य नियम
क्रिज के बीच दौड़कर रन लेना - खिलाड़ी जो बल्लेबाजी कर रहे है वे मैदान के बीच में दौड़ कर रन बना सकते है. यदि कोई खिलाड़ी गेंद को शॉट मारकर रन बनाने के लिए मैदान में क्रिज के बीच दौड़ता है तो उस कंडीशन में खिलाड़ी के खाते में रन जोड़ा जाता है.
चोट लगने पर खिलाड़ी को बदलना - अगर किसी खिलाड़ी के ज्यादा सीरियस चोट लग जाती है तो उस परिस्थिति में वह खिलाड़ी मैदान से बाहर जा सकता है और किसी दूसरे खिलाड़ी को बदलाव के तौर पर लाया जा सकता है. हालांकि ऐसा नियम केवल बाँलिग वाली टीम के खिलाड़ी के लिए ही रहता है. बैंटिंग वाली टीम में किसी खिलाड़ी को चोट लगती है तो वह Retired hurt हो सकता है और मुकाबला खत्म होने से पहले वह वापस मैदान में खेलने आ सकता है.
No Ball- कोई गेंदबाजी करते वक्त बॉलिंग करने के नियमों को तोड़ता है, तो उस स्थिति में वह Ball No Ball मानी जाती है और उस बॉलर को वह Bowl वापस करनी होती है.
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