CWG 2022: अगर आपको मन में भी है ये सवाल, क्या खिलाड़ियो को मिलने वाले Gold, Silver और Bronze मेडल्स वास्तव में सोने-चांदी के होते हैं तो जानें ये रोचक तथ्य
CWG 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) का आज 11वां और आखिरी दिन है. इससे पहले भारत के मेडल (Medal) की संख्या 55 हो गई है. जिसमें 18 गोल्ड, 15 सिल्वर और 22 बॉन्ज मेडल शामिल हैं. आज आखिरी दिन भारत के मेडल में और बढ़ोत्तरी हो सकती है. भारत को मेडल सोने चांदी के मिल रहे हैं लेकिन हर किसी के मन में एक सवाल जरूर उठता है कि क्या वास्तव में ये सोने-चांदी के बने मेडल होते हैं.
आप भी अगर ऐसा सोचते हैं और ये जानना चाहते हैं कि क्या बाकई मेडल सोने चांदी से बने होते हैं तो आज हम आपको अपनी इस रिपोर्ट में बताने वाले हैं कि इन मेडल की सच्चाई क्या है. ये सोने चांदी के बने होते हैं या सिर्फ नाम से ही सोने चांदी के जाने जाते हैं.
क्या सोने से बनते हैं मेडल
हर गेम्स में जीतने वाले टॉप तीन खिलाड़ियो को क्रमश: गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त होता है. आपको बताते चलें कि जीतने वाले खिलाड़ियों को दिए जाने वाले गोल्ड मेडल सोने के नहीं बने होते हैं. इस गोल्ड मेडल पर सिर्फ सोने की परत या कहें कि सोने का पानी चढ़ा होता है. लेकिन आपको बता दें कि सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल पूरी तरह से चांदी और तांबे से बनाए जाते हैं.
कितना होता है मेडल का वजन
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में जो मेजल खिलाडियों को दिए जा रहे हैं. इनका वजह तीनों केटेगरी में अलग-अलग है. गोल्ड और सिल्वर मेडल का वजन 150 ग्राम तो वहीं ब्रॉन्ज मेडल 130 ग्राम वजन है. जबकि इस मेडल का डायमीटर 63 MM है.
आपको बताते चले कि इनको बर्मिंघम स्कूल ऑफ ज्वेलरी में पढ़ाई करने वाले छात्रों ने डिजाइन किया है. मेडल डिजाइन करने के लिए इन छात्रों का चुनाव ब्रिटेन में हुए एक प्रतियोगिता के आधार पर किया गया था. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 1912 में स्टॉकहोम में आयोजित हुए ओलंपिक गेम्स में अंतिम बार सोने के बने गोल्ड मेडल दिए गए थे लेकिन कॉमनवेल्थ गेम्स में सोने के मेडलों का कभी इस्तेमाल नहीं हुआ.इस बार भारत ने अच्छा प्रदर्शन कर विश्वभर में अपनी छाप छोड़ी है.
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