मैदान में पहुंचने से पहले दुनिया के ये महान फुटबॉल खिलाड़ी करते है कुछ अटपटे काम, देखे
अक्सर आपने भारतीय खिलाड़ियों की कुछ अटपटी आदतों के बारे में सुना होगा जिन्हे अक्सर हम सभी आम बोलचाल की भाषा में अंधविश्वास या सुपरस्टिशन भी कह देते है.
इन आदतों को अक्सर खिलाडी अपने लिए लकी मानते है, लेकिन क्या आप जानते है कुछ ऐसे विदेशी फुटबॉल खिलाडी भी है जो अपनी ऐसी कुछ आदतों के मशहूर है जिन्हे आप अंधविश्वास की संज्ञा में भी डाल सकते है , तो चलिए आज जानते है ऐसे ही कुछ बड़े नामीग्रामी फुटबॉल खिलाड़ियों के बारे में जो अपनी कुछ अटपटी मान्यताओं के लिए है मशहूर .
क्रिस्टियानो रोनाल्डो
पुर्तगाल के स्टार स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो अपनी मान्यताओं को पूरा करने का कोई मौका नहीं छोड़ते. रियाल मैड्रिड की टीम बस में वह हमेशा सबसे पीछे बैठते हैं. वहीं प्लेन में वह सबसे आगे की सीट लेते हैं.
फुटबॉल फील्ड में वह हमेशा दाहिना पैर उठा कर घुसते हैं. इतना ही नहीं हाफ टाइम में वह अपने बाल जरूर संवारते हैं. इन सब के पीछे क्या कारण हैं, ये तो केवल रोनाल्डो हीं जानते हैं।
रियाल मैड्रिड
आज रियाल मैड्रिड के लिए दुनिया का कोई भी खिताब पाना बड़ी बात नहीं है. टीम ने 2018 की चैपिंयस ट्रॉफी भी अपने नाम की है. लेकिन 1912 में टीम के लिए ये मुकाबले आसान नहीं थे.
पांच साल तक टीम ने कोई मैच नहीं जीता था लेकिन अपनी हार के फेर को खत्म करने के लिए टीम ने फुटबॉल मैदान के बीच में ही एक लहसुन को गाड़ दिया. यकीन मानिए, इस सीजन में टीम ने स्पेनिश क्लबों की लीग कोपा डेल रे जीत डाली।
नेमार
नेमार की गिनती फुटबॉल की दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में होती है. हालांकि वह स्वयं कई मौकों पर कह चुके हैं कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मैसी दूसरे ग्रह से आए हैं.
खैर, नेमार की भी अपनी मान्यताएं कम नहीं है. वह हर मैच के पहले अपने पिता को याद ज़रूर करते हैं. फील्ड में प्रवेश करने के लिए वह हमेशा पहले दाहिना पैर ही उठाते हैं. इसके बाद वह घास छूकर प्रार्थना भी करते हैं।
गैरी लिनेकर
गैरी इंग्लैंड में फुटबॉल का एक जाना-माना चेहरा रहे हैं. 80 के दशक में इनका नाम इंग्लैंड के शानदार स्ट्राइकर में शामिल रहा. लिनेकर वॉर्मअप सेशन के दौरान गोल नहीं करते थे. उनका मानना था कि अगर वह ऐसा करेंगे तो असल मैच में गोल नहीं कर सकेंगे.
मारियो जगालो
ब्राजील के पूर्व खिलाड़ी और कोच मारियो का 13 नंबर के साथ अटूट प्रेम था. मिस्र के सेंट एंटोनी की मारियो पूजा करते थे. मारियो एक बिल्डिंग के 13वें माले पर रहते थे. उन्होंने महीने की 13 तारीख को ही शादी की थी.
जब वह फुटबॉल खेलते थे, तो हमेशा 13 नंबर की जर्सी पहनते थे. साल 1994 में मारियो की कप्तानी में ब्राजील की टीम ने विश्वकप अपने नाम किया था।