सौरभ गांगुली के कप्तानी छोड़ने की वजह आयी सामने, इस पाकिस्तानी खिलाड़ी का था हाथ
प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम से मशहूर पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली के बारे में परिचय देना सूरज को दीपक दिखाने के समान है.
वे क्रिकेट की दुनिया के दिग्गजों में से एक है दुनियाभर के स्टेडियमों में अपने छक्कों से आसमान नापने वाले सौरव गांगुली आज भी खेल को उसी तरह से प्रेम करते हैं जैसे वह अपने कॅरियर की शुरुआत में करते थे.
वैसे तो "दादा" का क्रिकेट करियर रिकॉर्ड्स बनाने के साथ- साथ कई तरह के विवादों से भी भरा रहा है.
अक्सर ही लोग उनको घमण्डी खिलाड़ियों की सूची में रखते है और इसी कारण उनका करियर भारतीय टीम में अंदर-बाहर होने से भरा रहा.
ऐसे छूटी कप्तानी
2005 में हुयी भारत-पाकिस्तान वनडे सीरीज खेली गयी थी, उस समय भारतीय टीम की कमान सौरभ गांगुली के हाँथो में थी.
इस सीरीज़ में भारतीय टीम को 4-2 से हार का सामना करना पड़ा. जिसके कुछ दिन बाद गांगुली को दोनो फॉर्मेट की कप्तानी से इस्तीफा देना पड़ा.
पाकिस्तान टीम की 4-2 से जीत का सेहरा कप्तान इंजमाम उल हक के सिर बंधा. उस समय पाक टीम के कप्तान इंजमाम उल हक थे.
इंजमाम ने न केवल शानदार कप्तानी की बल्कि कई मैच में अच्छी बल्लेबाजी भी की. टीम वनडे सीरीज़ हारी, तो गांगुली की कप्तानी पर सवाल उठे.
इस सीरीज के बाद गांगुली पर स्लो ओवर रेट के लिए 6 मैच का बैन भी लगा दिया गया. इसके कुछ दिनों बाद उन्हें कप्तानी से भी हटा दिया गया.
क्रिकेट करियर
गांगुली 1992 से 2008 तक भारतीय टीम का हिस्सा रहें.
गांगुली 2000 से 2005 तक टीम इंडिया के कप्तान भी रहें. उनके नेतृत्व में टीम ने 49 टेस्ट में 27 और 146 वनडे में 76 में जीत हासिल की.
गांगुली ने अपने शानदार कॅरियर में 113 टेस्ट मैचों में 7212 रन बनाएं जिसमे 16 शतक शामिल थे.
वनडे में तो उनका प्रदर्शन और भी लाजवाब था.
311 वनडे में 11,363 रन और 22 शतकों के साथ कई अहम रिकॉर्ड उनके ही नाम थे.
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