लक्ष्य: गोल्डन बॉय नीरज के निशाने पर अब राष्ट्रमंडल और एशियाई खेल, जल्द शुरू करेंगे तैयारी
भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) के स्वदेश वापसी के बाद सम्मान समारोहों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा. हालांकि, लाइमलाइट में आने के बावजूद देश के नए पोस्टर बॉय नीरज चोपड़ा का ध्यान आने वाले टूर्नामेंटो पर केन्द्रित है. इसका खुलासा खुद नीरज ने किया है.
भारत के जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि अभी वह कुछ पल परिवार के साथ गुजारना चाहते हैं, फिर उसके बाद तैयारियों का सिलसिला शुरू हो जाएगा. आने वाले राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के लिए भारत का यह स्टार थ्रोअर तैयारियों में जोर-शोर से जुट जाएगा. इसके लिए एक माह के आराम के बाद वह एनआईएस पटियाला में अभ्यास आरंभ करेंगे. टोक्यो ओलम्पिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज अगले साल ही अंतरराष्ट्रीय सर्किट में भाला फेंकते नजर आएंगे.
एजेंडे में राष्ट्रमंडल और एशियाई खेल
नीरज का कहना है कि इस वर्ष होने वाली डायमंड लीग व अन्य प्रतियोगिताओं में उन्हें हिस्सा लेना था, लेकिन अभी थकावट के चलते उन्हें कई प्रतियोगिताओं से किनारा करना पड़ेगा. बिना तैयारियों के अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में उतरना ठीक नहीं रहेगा. हां, उन्होंने अगले वर्ष जनवरी में अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक का कैलेंडर जारी होने के बाद मुकाबलों में उतरने की योजना बनाई है. ये आगामी कैलेंडर उन्हें राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों की तैयारियों के लिहाज से फायदा पहुंचाएंगे. फिल्हाल उनके एजेंडे में राष्ट्रमंडल और एशियाई खेल सर्वोपरि हैं.
बता दें कि ओलम्पिक में स्वर्ण जितने के बाद से ही उनके लिए देश और दुनिया से बधाई संदेशों की लहर चली है. हालांकि, नीरज के मुताबिक उनका माँ से मिलना सबसे अनमोल पल था. उन्होंने खुलासा किया कि वह अपने पिता के आंसू देखकर भावुक हो गए थे.
जबकि माँ के आंसू देखने के बाद उन्हें लगा कि उनकी माता जी ने कितना बड़ा त्याग किया है. छोटी सी उम्र में ही दिल पर पत्थर रख उन्हें अपने से दूर भेज दिया. और जिसका परिणाम हुआ कि उनका बेटा आज देश के लिए ओलम्पिक जैसे बड़े स्तर पर गोल्ड मेडल जीत चूका है.
अपने माँ-बाप से मिलते ही नीरज ने अपना गोल्ड मेडल उनके गले में डाल दिया. जितना इस पदक पर उनका हक है उतना ही उनके माता-पिता का भी है.
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