Team India के 3 खिलाड़ी, जो खुद को समझते हैं खेल से बड़ा, जानिए क्या है वजह
खेल से बड़ा कुछ नहीं होता है ना नियम ना खिलाड़ी और ना ही खेल की भावना। क्योंकि इन सब का जन्म खेल से ही होता है। जब एक राजा जनता से बड़ा हो जाए तब वह विवादित होता है उसी तरह कभी भी खिलाड़ी को खेल से बड़ा नहीं होना चाहिए।
लेकिन कुछ खिलाड़ी अपने प्रदर्शन के अहंकार में खुद को खेल से भी बड़ा समझते हैं। इस बात का पता उनकी खेलने के तरीके और व्यवहार से चलता है। भारतीय टीम में कई खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो अक्सर क्रिकेट से ज्यादा खुद के फैसलों को तवज्जो देते हैं। हम ऐसे ही 3 खिलाड़ियों के बारे में बात करने जा रहे हैं…
-Harbhajan Singh: हरभजन सिंह अक्सर न्यूज़ के सुर्खियों में विवादों में रहते हैं। 41 साल के हो चुके भज्जी अक्सर अपने करतूतों को लेकर विवादों में बने रहते हैं। कुछ दिन पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिए हालांकि आखिरी बार साल 2017 में उन्होंने घरेलू क्रिकेट खेला था।
वह अक्सर प्रैक्टिस में भी न रहकर खेलने की कोशिश करते थे। शायद इसी वजह से वह आईपीएल में भी उतने सफल नहीं रह सके। वह कई बार क्रिकेट मैनेजमेंट और खिलाड़ी से उलझने की घटना कर चुके हैं।
-Hardik Panday: 'मैं करके आया हूं' यह वाक्य हार्दिक पांड्या को खेल से आगे भी विवादों में लेकर चला गया। हालांकि इसके बावजूद भी हार्दिक कई बार विवादों में रह चुके हैं। Hardik Pandey आखिरी बार भारत के लिए निरंतर गेंदबाजी साल 2018 में की थी। जिसके बाद से वो अपनी फिटनेस की समस्या से जूझ रहे हैं।
छोटे-छोटे मुकाबलों यानी घरेलू क्रिकेट में बिना परफॉर्म किए पहले की तरह आक्रामक हो जाएंगे। इससे हार्दिक का परफॉर्मेंस खराब रहता है और वाइल्ड लेवल खेल पर भी असर पड़ता है। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि, वो खुद को खेल से बड़ा समझते हैं।
-क्रुणाल पांड्या: इस लिस्ट में हार्दिक के भाई कुणाल पांड्या का भी नाम आता है। जिन का विवादों से पुराना नाता रहा है। शुरुआत में ही कुणाल बरोदा टीम की कप्तानी संभाल रहे थे तब सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से पहले दीपक हुड्डा से विवाद हो गया।
हुड्डा ने एक चिट्ठी के जरिए खुलासा किया था कि, क्रुणाल उन्हें दूसरी टीम के खिलाड़ियों के सामने गाली देते थे। क्रुणाल पांड्या खुद को खेल से बड़ा समझते हैं। इसलिए अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद भी टीम में जगह नहीं मिल रही है।