Tokyo Olympics: हरियाणा की 19 वर्षीय अंशु मलिक अब ओलम्पिक के दंगल में खेलेंगी बड़ा दाँव
23 जुलाई से शुरू होने वाले खेलो के महाकुंभ में भारत की 19 वर्षीय बेटी अंशु मालिक जीत की आस के साथ ओलंपिक के दंगल में बड़े कारनामे को अंजाम देने उतरेंगी.
बता दे कि अंशु हरियाणा के जींद जिले की पहलवान हैं और अब वे टोक्यो ओलंपिक का टिकट लेकर पोलैंड में प्रैक्टिस कर रही हैं.
और इस ओलंपिक में देशवासी अंशु मलिक से गोल्ड मेडल की आस लगाए बैठे हैं .
2 साल पहले ही कर चुकी हैं कमाल
अंशु मलिक ने 2 साल पहले जूनियर वर्ग में होते हुए भी सीनियर नेशनल खेला और गोल्ड मेडल झटका. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. वो एक के बाद एक जीत दर्ज करते हुए 57 किलो भार वर्ग में देश के नंबर वन पहलवान भी बन चुकी हैं.
विरासत में मिली पहलवानी
एशियन चैम्पियनशिप में गोल्ड और विश्व कप में सिल्वर जीतने वाली अंशु मलिक को पहलवानी विरासत में मिली है. उनके ताऊ नेशनल लेवल के पहलवान थे और पिता भी पहलवान ही हैं. उन्होंने ही अंशु मलिक को शुरुआती दांव-पेच सिखाए थे.
और साथ ही अंशु ने पहलवानी की शुरुआत 2016 में सीबीएसएम स्पोर्ट्स कॉलेज से की थी.
अंतराष्ट्रीय स्तर की हैं समझदारी
एक साक्षात्कार के दौरान अंशु के प्रशिक्षक जगदीश श्योराण कहते हैं कि अंशु में शुरू से ही अच्छी लगन है,उनमें अच्छे पहलवान बनने के सभी गुण हैं,
किसी भी दाव पेंच को सीखने में उन्हें अधिक समय नहीं लगता,अंशु ताकत के साथ यह तेजी से प्लान करती हैं कि सामने वाले पहलवान को कौन सा दाव लगाना है.
उनकी दाव लगाने या नहीं लगाने की प्लानिंग गजब की है और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुकाबले में पहलवान के पास यही समझदारी होनी चाहिए.
23 जुलाई को होगा शुभारंभ
टोक्यो में 23 जुलाई से 8 अगस्त तक ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जाएगा. अंशु मलिक जब अखाड़े में उतरेंगी तो पूरे देश को उनसे गोल्ड मेडल की आस रहेगी.
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