Tokyo Olympics: हॉकी से बढ़ी उम्मीदें, क्या 41 साल बाद ओलंपिक में आएगा पदक?
Tokyo Olympics: टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने कमाल किया है. गुरुवार की सुबह टीम इंडिया ने रियो के गोल्ड मेडलिस्ट अर्जेंटीना को पराजित किया. पुरुष हॉकी टीम ने मौजूदा ओलंपिक चैंपियन के खिलाफ 3-1 से जीत दर्ज करते हुए क्वार्टर फाइनल में स्थान पक्की कर ली. भारत के लिए यह मुश्किल चुनौती थी, लेकिन ताबड़तोड़ हॉकी का प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम ने इस मैच को आसान बना दिया.
भारत के लिए खेल के आखिरी क्षणों में विवेक और हरमनप्रीत सिंह ने जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. दोनों खिलाड़ियों ने खेल के आखिरी क्वार्टर में दो गोल दागकर टीम को शानदार जीत दिला दी.
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है. पूल स्टेज में भारत 4 मैचों में 3 जीत के साथ दूसरे स्थान पर है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7-1 से हारने के बाद भारतीय पुरुष टीम से जबरदस्त पलटवार देखने को मिला है. टीम इंडिया ने पहले स्पेन को 3-0 से रौंदा और आज डिफेंडिंग चैंपियन अर्जेंटीना की मुश्किल चुनौती भी ध्वस्त कर दी.
भारतीय पुरुष टीम हॉकी स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में पहुँच चुकी है, जबकि अभी उनका एक मुकाबला बाकी है. टीम ग्रुप-ए के अपने अंतिम मुकाबले में 30 जुलाई को मेजबान जापान से भिड़ेगी. जिस तरह से पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो में प्रदर्शन किया है, उससे अब देश की उम्मीदें उनसे बढ़ गई हैं.
मॉस्को ओलंपिक में जीता था
टीम इंडिया आक्रामक हॉकी खेल रही है और ग्रुप में न्यूजीलैंड और अर्जेंटीना जैसी बड़ी टीमों को पराजित कर चुकी है. ऐसे में जापान की राजधानी में भारतीय पुरुष हॉकी टीम 41 साल बाद इतिहास रच सकती है. हालाँकि यह कहना जल्दबाजी होगा, लेकिन 2021 के टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए हॉकी स्पर्धा में पदक का इंतजार खत्म हो सकता है. बता दें कि भारतीय हॉकी टीम ने आखिरी बार 1980 के मॉस्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था.
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