"हमने सही घोड़े पर दांव खेला", एम.एस धोनी के चयन को याद करते हुए किरण मोरे ने दिया बड़ा बयान

 
"हमने सही घोड़े पर दांव खेला", एम.एस धोनी के चयन को याद करते हुए किरण मोरे ने दिया बड़ा बयान

भारत के पूर्व चीफ सिलेक्टर किरण मोरे ही वह इन्सान थे जिन्होंने भारतीय टीम में एम.एस धोनी को राष्ट्रीय टीम में शामिल करने में मुख्य भूमिका निभाई थी. मोरे ने उस पल को याद करते हुए बताया कि यह एक जुए की तरह था जिसपर चयन समिति ने भुगतान किया था और आज वह खुश हैं कि उन्होंने तब धोनी की काबिलियत को पहचानते हुए एक मौका लिया. जिसके बाद पूर्व कप्तान को भारतीय टीम में खेलने का मौका मिला.

भारत को थी विकेटकीपर की तलाश: किरण मोरे

पूर्व विकेटकीपर किरण मोरे ने 'द कर्टली एंड करिश्मा शो' नामक एक यूट्यूब शो के दौरान वेस्टइंडीज के महान तेज गेंदबाज कर्टली एम्ब्रोस के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भारत 2003 विश्व कप के बाद एक विकेटकीपर-बल्लेबाज की तलाश में था क्यूंकि तब राहुल द्रविड़ यह पार्ट टाइम रोल निभाते थे. इसलिए उन्होंने 23 वर्षीय आक्रामक बल्लेबाज के साथ जाने का फैसला किया.

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धोनी ने सबको चौंका दिया था

मोरे ने कहा, "मेरे सहयोगी ने पहले उसे (धोनी को) देखा, फिर मैंने जाकर उसे देखा. मैं विशेष रूप से नीचे गया और उसे टीम के कुल 170 में से 130 रन बनाते हुए देखा. उसने सभी को चौंका दिया. हम चाहते थे कि वह (दिलीप ट्रॉफी 2004) के फाइनल में बतौर विकेटकीपर खेले. उस समय सौरव गांगुली और दीप दासगुप्ता के साथ हमारी बहुत बहस हुई."

उन्होंने आगे कहा कि "सौरव और उनके चयनकर्ता को दीप को विकेट कीपिंग नहीं करने और एमएस धोनी को विकेटकीपर रखने के लिए कहने में लगभग दस दिन लगे. "

धोनी ने दिखाए गए भरोसे को चुकाया

हालाँकि धोनी ने चयनकर्ताओं द्वारा उन पर दिखाए गए भरोसे को चुकाया क्योंकि उन्होंने मोहाली में मैदान के सभी हिस्सों में गेंदबाजों की धुनाई की. "धोनी ने विकेट कीपिंग की, उन्होंने आशीष नेहरा और नॉर्थ जोन के सभी गेंदबाजों की जमकर कुटाई की और फिर हमने उन्हें भारत ए, पाकिस्तान ए और केन्या से जुड़ी त्रिकोणीय श्रृंखला के लिए केन्या भेजने का तय किया.

मोरे ने कहा, "एमएस ने उस टूर पर लगभग 600 रन बनाए और उसके बाद जो भी हुआ, एक इतिहास बना. धोनी के पास मैच विजेता बनने के सभी गुण मौजूद थे.

मोरे ने बताया कि यह बस कुछ वक्त की बात थी जब सभी एक विचार पर सहमत होते.

पूर्व चयनकर्ता ने अपनी बातों को बड़े शानदार ढंग से खत्म किया. उन्होंने कहा कि "यह जुए की तरह है, आपको सही घोड़े पर दांव खेलने की जरूरत होती है. हमने सही घोड़े पर दांव लगाया और उस दिन उसने हमारे लिए वह दौड़ जीती. मैं आज घर पर बैठकर खुश हूं और उस एक फैलसे के लिए अपने साथी चयनकर्ताओं को भी बहुत श्रेय देता हूं."

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