सौरभ-विराट के वाद-विवाद में kapil Dev क्यों कूदे?
पहले टी-20 और अब वनडे मैच से विराट कोहली की कप्तानी बीसीसीआई ने छीन ली है। T20 कप से कप्तानी छीनने की वजह तो t20 वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन था। लेकिन वनडे फॉर्मेट से क्रिकेट छोड़ने की वजह समझ नहीं आ रही है।
कई मीडिया रिपोर्ट बताती है कि वनडे टीम की कप्तानी नहीं छोड़ना चाहते थे। लेकिन BCCI ने उनसे वनडे टीम की कप्तानी छीन ली। उसके बाद BCCI के अध्यक्ष सौरब गांगुली का बयान आया।
'जैसा मैंने कहा है कि मैंने व्यक्तिगत रूप से उनसे (कोहली) से अनुरोध किया था कि वे टी20 टीम की कप्तानी न छोड़ें। ’जैसा मैंने कहा है कि मैंने व्यक्तिगत रूप से उनसे (कोहली) से अनुरोध किया था कि वे टी20 टीम की कप्तानी न छोड़ें।’
सौरभ गांगुली के इस बयान के बाद विराट कोहली का बयान कुछ और ही कहानी कह रही है। विराट कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, ‘मुझे कभी भी नहीं कहा गया था कि आप टी20 कैप्टेंसी मत छोड़िए। बल्कि मेरे इस फैसले को प्रोग्रेस के तौर पर स्वीकार किया गया था। टेस्ट टीम के चयन से महज डेढ़ घंटे पहले मुझे 8 दिसंबर को कॉन्टैक्ट किया गया था। उससे पहले टी20 कैप्टेंसी पर मुझसे किसी ने भी बात नहीं की थी।’
अब सवाल है कि कौन सही है और कौन गलत। सौरव गांगुली ने झूठ बोला था या विराट कोहली झूठ बोल रहे हैं।
इस वाद-विवाद के बीच अब भारत क्रिकेट टीम को विश्व कप दिलाने वाले kapil Dev भी कूद पड़े हैं। Kapil Dev ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि,‘‘इस समय किसी पर ऊंगली उठाना सही नहीं है । दक्षिण अफ्रीका दौरे पर ध्यान देने की जरूरत है।
मैं कहूंगा कि बोर्ड अध्यक्ष तो बोर्ड अध्यक्ष है हालांकि भारतीय टीम का कप्तान होना भी बड़ी बात है । एक दूसरे के बारे में हालांकि सार्वजनिक तौर पर खराब बोलना अच्छा नहीं है। चाहे वह कोई भी खिलाड़ी हो।’’