Tech News: टेक कंपनियों की इस मनमानी के खिलाफ सख्त फैसला ले सकती है भारत सरकार, जानें क्या है पूरा मामला

 
Tech News: टेक कंपनियों की इस मनमानी के खिलाफ सख्त फैसला ले सकती है भारत सरकार, जानें क्या है पूरा मामला

Tech News: आजकल स्मार्टफोन कम्पनियां फोन की चार्जिंग के लिए अलग अलग डिजाइन के अपने अपने चार्जर (Charger) देती है. जिसके कारण अलग – अलग इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के लिए लोगों को अलग – अलग चार्जर रखने पड़ते हैं, जिससे खर्च भी बढ़ता है और असुविधा भी बढ़ती है. एप्पल जैसी कंपनियां तो ग्राहकों को फोन के साथ चार्जर भी नहीं देती. चार्जर की कीमत अलग से लोगों को चुकानी पड़ती है. इसलिए केंद्र सरकार अब टेक कंपनियों के इस मनमानी पर लगाम कसने जा रही है. चलिए इस खबर के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं.

जानकारी के अनुसार सरकार केवल दो तरह के चार्जर हर गैजेट में उपयोग हों इस पर निर्णय ले लेती है. अगर सरकार ये निर्णय लागू कर देती है तो देश में केवल दो तरह के चार्जिंग पोर्ट्स देखने को मिलेंगे. ऐसा होने पर लोगों को बार – बार नया चार्जर खरीदने के झंझट से मुक्ति मिलेगा और उनके जेब पर भी अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा.

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Tech News: टेक कंपनियों की इस मनमानी के खिलाफ सख्त फैसला ले सकती है भारत सरकार, जानें क्या है पूरा मामला
image credits: pexels

केंद्र सरकार (Central Government) के उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय इस संबंध में जल्द एक अहम बैठक 17 अगस्त को करने जा रही है. बैठक में सभी मुख्य इंडस्ट्री एसोसिएशन और सेक्टर स्पेसिफिक ऑर्गेनाइजेशन को बुलाया गया है. जानकारी के मुताबिक, विभागीय सचिव रोहित कुमार सिंह ने इस संबंध में इंडस्ट्री लीडर्स को पिछले दिनों एक खत लिखा था, जिसमें अलग –अलग चार्जर होने के कारण उपभोक्ताओं के सामने आने वाली समस्याओं का जिक्र किया गया था.

2 तरह के होंगे चार्जिंग पोर्ट

कंज्यूमर अफेयर सेक्रेटरी ने अपने खत में आगे कहा कि अब समय आ गया है कि हम केवल दो तरह के चार्जिंग प्वाइंट्स के फ्रेमवर्क पर काम करना शुरू करें। एक चार्जिंग पोर्ट स्मार्टफोन, लैपटॉप, टैबलेट, ईयरबड्स और स्पीकर जैसे मीडियम साइज वाले डिवाइस के लिए इस्तेमाल होगा। वहीं दूसरा फीचर फोन्स में इस्तेमाल होगा।

बता दें कि केवल दो चार्जिंग पोर्ट का नियम लागू करने वाला भारत कोई पहला देश नहीं होगा। भारत से भी पहले यूरोपीय यूनियन इस तरह का कदम उठा चुका है। वहां तो केवल एक चार्जिंग पोर्ट (टाइप – सी) का नियम बनाया गया है। ईयू के सदस्य देशों में इलेक्ट्रोनिक गैजेट्स में केवल टाइप – सी चार्जिंग पोर्ट होगा. ये ख़बर आप पसंद आई हो तो इसे शेयर करें.

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