Hangover Effects: हैंगओवर और हैंगजाइटी, शराब पीने के बाद क्यों होती है बेचैनी और चिंता?
Hangover Effects: हैंगओवर तब होता है जब शराब का प्रभाव खत्म होने के बाद शरीर और मस्तिष्क संतुलन में आने की कोशिश करते हैं। शराब के सेवन से डिहाइड्रेशन, ब्लड शुगर की कमी और मस्तिष्क में रासायनिक असंतुलन उत्पन्न होते हैं, जिनसे बेचैनी, थकान, और चिड़चिड़ापन होता है।
डिहाइड्रेशन का प्रभाव
शराब एक डाइयूरेटिक है, यानी यह शरीर से पानी निकालता है, जिससे डिहाइड्रेशन होता है। इसके परिणामस्वरूप सिरदर्द, सूखा मुंह और थकान महसूस होती है।
ब्लड शुगर का स्तर गिरना
शराब से शरीर में ब्लड शुगर का स्तर गिर जाता है, जिससे कमजोरी और चिड़चिड़ापन होता है, जो दिमाग की कार्यक्षमता पर भी असर डालता है।
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तंत्रिका तंत्र में असंतुलन
शराब GABA को बढ़ाकर और ग्लूटामेट को कम कर मस्तिष्क की गतिविधियों को धीमा करती है। इसका असर खत्म होने पर मस्तिष्क में ग्लूटामेट का स्तर बढ़ता है और GABA कम होता है, जिससे व्यक्ति में बेचैनी और चिंता उत्पन्न होती है।
शराब के बाद की चिंता क्यों होती है?
हैंगजाइटी का अनुभव तब होता है जब शराब के असर के खत्म होने के बाद मस्तिष्क में रासायनिक बदलाव होते हैं। शराब का असर खत्म होने पर मस्तिष्क संतुलन बनाने की प्रक्रिया में GABA को घटाता और ग्लूटामेट को बढ़ाता है, जिससे मस्तिष्क अधिक संवेदनशील हो जाता है और व्यक्ति को चिंता और असुरक्षा का अनुभव होता है।
किसे और क्यों होती है ज्यादा हैंगजाइटी?
शोध से पता चलता है कि हैंगजाइटी का प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग होता है, जिसमें जीन, सहनशक्ति और मानसिक स्थिति भूमिका निभाते हैं। जो लोग पहले से ही चिंता या तनाव से जूझ रहे हैं, उनमें हैंगजाइटी की संभावना अधिक होती है।